खलिस्तानी आतंकियों के साथ लडने के कारण गोलियां मारकर ‘शौर्य चक्र’ पुरस्कार प्राप्त बलविंदर सिंह संधू की हत्या

पिछले वर्ष पंजाब सरकार ने हटाई थी संधू की सुरक्षा

पंजाब में कांग्रेस की सरकार होने के कारण वहां पुनः एक बार खलिस्तानी आतंकवाद जोर पकड रहा है, यह घटना इसी का दर्शक है !

अमृतसर/ चंडीगढ (पंजाब) – तरणतारण जनपद के भीखीविंड गांव में अज्ञात लोगों ने विगत ३० वर्षाें से खलिस्तानी आतंकियों के साथ लडनेवाले और उसके कारण ‘शौर्य चक्र’ पुरस्कार से सम्मानित ६२ वर्षीय बलविंदर सिंह संधू की उनके निवास पर गोलियां मारकर हत्या कर दी । आक्रमण करनेवाले २ लोग थे और वे दोपहिया वाहन से आए थे । संधू की पत्नी ने आतंकियों पर ही उनके पति की हत्या करने का आरोप लगाया था । पिछले वर्ष ही पंजाब सरकार ने संधू को दी गई सुरक्षा हटाई थी ।

अबतक खलिस्तानी आतंकियों ने संधू पर १६ बार १० से २०० आतंकियों की भीड के माध्यम से आक्रमण करने का प्रयास किया था; परंतु प्रत्येक बार संधू और उनके परिजनों ने ये आक्रमण ध्वस्त किए थे । ३० सितंबर १९९० को २०० आतंकियों ने विविध शस्त्रों और ‘रॉकेट लांचर’ की सहायता से उनके घर पर आक्रमण किया था ।