पिछले वर्ष पंजाब सरकार ने हटाई थी संधू की सुरक्षा
पंजाब में कांग्रेस की सरकार होने के कारण वहां पुनः एक बार खलिस्तानी आतंकवाद जोर पकड रहा है, यह घटना इसी का दर्शक है !
अमृतसर/ चंडीगढ (पंजाब) – तरणतारण जनपद के भीखीविंड गांव में अज्ञात लोगों ने विगत ३० वर्षाें से खलिस्तानी आतंकियों के साथ लडनेवाले और उसके कारण ‘शौर्य चक्र’ पुरस्कार से सम्मानित ६२ वर्षीय बलविंदर सिंह संधू की उनके निवास पर गोलियां मारकर हत्या कर दी । आक्रमण करनेवाले २ लोग थे और वे दोपहिया वाहन से आए थे । संधू की पत्नी ने आतंकियों पर ही उनके पति की हत्या करने का आरोप लगाया था । पिछले वर्ष ही पंजाब सरकार ने संधू को दी गई सुरक्षा हटाई थी ।
A day after Shaurya Chakra awardee Balwinder Singh Sandhu was assassinated, his wife blamed the government and intelligence agencies for not paying heed to the several appeals that they made for securityhttps://t.co/USmv34OSKS
— Hindustan Times (@htTweets) October 17, 2020
अबतक खलिस्तानी आतंकियों ने संधू पर १६ बार १० से २०० आतंकियों की भीड के माध्यम से आक्रमण करने का प्रयास किया था; परंतु प्रत्येक बार संधू और उनके परिजनों ने ये आक्रमण ध्वस्त किए थे । ३० सितंबर १९९० को २०० आतंकियों ने विविध शस्त्रों और ‘रॉकेट लांचर’ की सहायता से उनके घर पर आक्रमण किया था ।