‘अभय २’ वेब सीरीज मेें क्रांतिकारी खुदीराम बोस को दर्शाया अपराधी !

सामाजिक माध्यमों से वेब सीरीज का भीषण विरोध

  • ऐसे वेबसीरीज पर प्रतिबंध लगाकर संबंधित लोगों पर अपराध प्रविष्ट कर उन्हें कारागृह में बंद करने पर ही अन्यों पर धौंस जमेगा !
  • अंग्रेजों की मानसिकता के समान व्यवहार कर क्रांतिकारियों को गुंडा, डाकू आदि सिद्ध करनेवालों को भारत से ही निष्कासित कर देना चाहिए !


नई देहली – ‘ओवर द टॉप’ अर्थात ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म’ पर ‘जी ५’ भ्रमणभाष ‘ऍप’ द्वारा प्रसारित ‘अभय २’ इस वेब सीरीज के एक प्रसंग में अपराधियों के छायाचित्रवाले फलक पर क्रांतिकारी खुदीराम बोस का छायाचित्र दर्शाया गया है । इसलिए सामाजिक माध्यमों में राष्ट्रप्रेमी नागरिकों ने उसका विरोध प्रारंभ कर दिया है । उन्होंने #BoycottZee5’ यह ‘हैशटैग ट्रेंड’ किया है । इसके द्वारा ‘जी ५’ का बहिष्कार करने की मांग की जा रही है । वर्ष १९०८ मेें खुदीराम बोस को फांसी दी गई थी । फांसी दिए जानेवालों में वे सर्वाधिक छोटी आयु के अर्थात १८ वर्षीय क्रांतिकारी थे । फांसी हेतु जाते समय उनके हाथ में श्रीमद्भगवद्गीता थी ।

वेब सीरीज के निर्देशक की दिखावटी क्षमायाचना राष्ट्रप्रेमियों ने खारिज की

सामाजिक माध्यमों में हुए भीषण विरोध के पश्चात इस वेब सीरीज के निर्देशक केन घोष ने क्षमा मांगी है । (केन घोष स्वयं बंगाली होते हुए वे स्वयं ही एक बंगाली क्रांतिकारी का अपमान करते हैं, इससे बंगाल के ऐसे लोगों की मानसिकता ध्यान में आती है ! – संपादक) वे बोले, ‘हम इसके लिए क्षमा मांगते हैं । हमारा उद्देश्य किसी की भावनाएं आहत करना नहीं है । (भावना आहत करने का उद्देश्य नहीं था, फिर क्या उद्देश्य था ?, यह घोष को बताना चाहिए ! – संपादक) हमने इससे संबंधित दृश्य का छायाचित्र धूमिल किया है ।’
‘यह क्षमायाचना मान्य नहीं है । संबंधित दृश्य ही वेब सीरीज से हटा दिया जाए और ‘जी ५’ सार्वजनिक क्षमा मांगे’, राष्ट्रप्रेमियों ने सामाजिक माध्यमों द्वारा यह मांग की है ।