रोहिंग्या मुसलमानों को आतंकवादी बनाने के लिए पाकिस्तान द्वारा उन्हें म्यानमार में प्रशिक्षण

 भारतविरोधी जिहादी आतंकवाद जड से नष्ट करने के लिए पाक को नष्ट करना अत्यंत आवश्यक है; इस घटना से पुनः स्पष्ट होता है !

नई देहली – सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आई.एस.आई. अब म्यानमार में भी आतंकवादियों को प्रशिक्षण दे रही है । भारत की पूर्व सीमा पर आतंकवादी कार्रवाइयां कर भारत को इसके विरोध में व्यस्त रखने का पाक का यह षड्यंत्र है ।

१. ब्रसेल्स के ‘दक्षिण एशिया डेमोक्रेटिक फोरम’ के शोधकर्ता संचालक डॉ. सीगफ्राइड ओ वुल्फ ने बताया कि आतंकवादी संगठन ‘जमात उल मुजाहिदीन बांगलादेश’ (जे.एम.बी.) द्वारा ४० रोहिंग्याओं को आईएसआई द्वारा आतंकवाद का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । यह संस्था भारत और अफगानिस्तान में होनेवाली आतंकवादी कार्रवाइयों समान अन्य देशों में भी आक्रमण कर वहां अस्थिरता निर्माण करना चाहती है ।

२. बांगलादेश के सुरक्षा विशेषज्ञ अब्दुल राशिद का कहना है, ‘गत कुछ समय से कट्टरतावादी रोहिंग्याओं ने यहां कार्रवाइयां करने का प्रयत्न किया था; परंतु हमने उनपर प्रतिबंध लगा दिया । पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों की सहायता कर भारत में अस्थिरता लाने का प्रयत्न कर रहा है, ऐसे समय बांगलादेश भारत की सहायता करता आया है । इसलिए उत्तर-पूर्व भारत में होनेवाले षड्यंत्र विफल कर दिए जाएंगे ।’

३. बांगलादेश के विदेश मंत्री शहरियार आलम के मतानुसार कट्टरतावाद फैलाने का प्रयत्न हुआ था; परंतु उसमें विशेष सफलता नहीं मिली ।

४. म्यानमार के सेना अधिकारियों के अनुसार बांगलादेश और म्यानमार की सीमा पर सक्रिय रोहिंग्याओं का आतंकवादी संगठन ‘अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी’ ने अपनी कार्रवाइयां तेज की हैं । पाक उसकी निरंतर सहायता कर रहा है । इस ‘आर्मी’ का प्रमुख पाकवंशी है तथा उसके सऊदी अरेबिया से संबंध हैं । इस संगठन के पास आधुनिक शस्त्र हैं । इस संगठन को पाक के आतंकवादी संगठन ‘तहरीक ए तालिबान (पाकिस्तान)’ से प्रशिक्षण मिला है ।