बेंगलुरू में धर्मांधों की हिंसा में ६० पुलिसकर्मी घायल

मोहम्मद पैगंबर के संबंध में कथित आपत्तिजनक पोस्ट करने का प्रकरण

पुलिस पर भी पथराव, २ पुलिस थानों में तोडफोड, पुलिस की गोलीबारी में २ दंगाई मारे गए, कांग्रेस विधायक के घर पर आक्रमण, ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ के नेता सहित १५० लोग गिरफ्तार, इस हिंसा के पीछे ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ का हाथ होने का संदेह

  • हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होने पर हिन्दुओं द्वारा वैधानिक मार्ग से पुलिस थाने में शिकायत करने पर पुलिसवाले उस पर कोई कार्यवाही नहीं करते और अपराधी निर्भीक होकर खुला घूमता रहता है, तो दूसरी ओर धर्मांध उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होने पर सीधे कानून हाथ में लेकर पुलिस पर ही आक्रमण करते हैं !

  • स्वयं की और पुलिस थाने की भी रक्षा न कर सकनेवाले पुलिसवाले जनता की रक्षा क्या करेंगे ? इसलिए जनता को अब स्वयं की और स्वयं के परिवार की रक्षा करने के लिए स्वरक्षा प्रशिक्षण लेना चाहिए !

  • ‘भाजपा के राज्य में धर्मांधों द्वारा इतनी बडी मात्रा में हिंसा होती हो और पुलिस मार खाती हो, तो हिन्दुओं की रक्षा कौन करेगा ?’, ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में आता हो, तो क्या आश्चर्य है ?

  • अन्य समय हिन्दुओं पर आग उगलनेवाले तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी साम्यवादी धर्मांधों की इस हिंसा के संबंध में मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान में रखिए !

पुलिस वाहन पर धर्मांधों द्वारा आक्रमण

बेंगलुरू (कर्नाटक) – ‘फेसबुक’ पर मोहम्मद पैगंबर के संबंध में आपत्तिजनक पोस्ट करने के कारण यहां धर्मांधों ने ११ अगस्त की मध्यरात्रि के पश्चात भीषणड हिंसा की । कांग्रेस के विधायक श्रीनिवास मूर्ति के घर पर आक्रमण कर घर की तोडफोड तथा आगजनी की गई तथा २०० से अधिक वाहनों में आग लगाई गई । हिंसा रोकने का प्रयत्न करनेवाले पुलिसवालों पर धर्मांधों द्वारा आक्रमण किया गया । यहां के दो पुलिस थानों में तोडफोड की गई तथा उसमें ६० से अधिक पुलिसवाले घायल हो गए । अंत में पुलिस ने यह हिंसा रोकने के लिए गोलीबारी की । इसमें दो दंगाई मारे गए । इस प्रकरण में पुलिस ने ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ के मुजम्मिल पाशा नामक नेता सहित १५० लोगों को गिरफ्तार किया है तथा यह आपत्तिजनक पोस्ट करनेवाले नवीन नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है, यह व्यक्ति विधायक श्रीनिवास मूर्ति का परिजन है । हिंसा के पीछे ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ संगठन का सहभाग होने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है । इस हिंसा के उपरांत शहर में धारा १४४ लागू की गई है । दो पुलिस थानों की सीमा में संचारबंदी लागू की गई है । गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस घटना की पूछताछ करने का आदेश दिया है । इसके पश्चात इस परिसर में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है ।

१. बेंगलुरू शहर स्थित डीजे हाल्ली और केजी हाल्ली पुलिस थाने की सीमा में यह हिंसा हुई है । पुलिस की गोलीबारी में घायल हुए लोगों को चिकित्सालय में भरती किया गया है, बेंगलुरू के पुलिस आयुक्त कमल पंत ने यह जानकारी दी ।

२. फेसबुक पर पोस्ट प्रसारित होने के उपरांत कांग्रेस विधायक के घर पर सैकडों धर्मांधों ने पथराव किया । विधायक के निवासस्थान पर तैनात पुलिसवालों पर भी पथराव किया गया । यहां आग लगाई गई । आग बुझाने के लिए अग्निशमन दल का वाहन पहुंचने से रोकने के लिए धर्मांधों ने वाहन का मार्ग रोकने का प्रयत्न किया । आक्रमण के समय विधायक घर पर नहीं थे ।

गत २५ वर्षाें में ऐसा नहीं हुआ था ! – मुख्यमंत्री येदियुरप्पा

‘११ अगस्त की रात हिंसा में पुलिस, पत्रकार और जनता पर आक्रमण किया गया । सरकार ऐसे भडकाऊ कृत्य और अफवाह बिलकुल सहन नहीं करेगी । अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी’, ऐसा ट्वीट राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने किया । ‘गत २५ वर्षाें में ऐसा नहीं हुआ था’, यह कहते हुए जनता को शांति बनाए रखने का आवाहन किया है ।

बेंगलुरू (कर्नाटक) की हिंसा का प्रकरण

बेंगलुरू का दंगा पूर्व नियोजित ! – कर्नाटक के मंत्री रवि

धर्मांधों द्वारा किए जानेवाले दंगा सदैव पूर्व नियोजित होते हैं, यह पुन: स्‍पष्‍ट हुआ । धर्मांध दंगा की तैयारी करते हैं तब गुप्‍तचर विभाग सोया होता है अथवा पुलिस उसकी अनदेखी करती है ?

‘बेंगलुरू यहां हुई हिंसा पूर्व नियोजित थी । सार्वजनिक संपत्ति की हानि करने के लिए पेट्रोल बम एवं पत्‍थर का उपयोग किया गया । इसमें ३०० से अधिक वाहन जलाए गए’, कर्नाटक के मंत्री रवि ने ऐसी जानकारी दी ।

दंगा करनेवालों से हानि की भरपाई करवाई जाए ! – गृहमंत्री बोम्‍मई

गाडीयों की तोडफोड

गृहमंत्री बी एस बोम्‍मई ने कहा, ‘इस दंगे की जांच कर दंगाखोरों से ही हानि की भरपाई करवाई जाए’ !

कांग्रेस के विधायक श्रीनिवास मूर्ती की गांधीगिरी

आमदार श्रीनिवास मूर्ती

(कहते हैं) ‘किसी के विरुद्ध परिवाद नहीं करेंगे, भगवान उन्‍हें देखेंगे !’

धर्मांधों को बचाने के लिए ही मूर्ती ऐसे वक्‍तव्‍य दे रहे हैं, ऐसी शंका किसी को हो, तो गलत क्‍या ? क्‍योंकि परिवाद की तो धर्मांध दुखी होंगे, इसका भान होने से इन कांग्रेसियों को भगवान याद आ रहे हैं । यदि हिन्‍दुआें ने गलती से भी एक पत्‍थर फेंका होता तो मूर्ती ने धर्मांधों को ऐसी ही सलाह दी होती क्‍या ?

स्‍वयं पर हुए अन्‍याय के विरुद्ध आवाज न उठानेवाले कांग्रेस के जन प्रतिनिधि कभी जनता के साथ होनेवाले अन्‍याय का विरोध करेंगे क्‍या ?

कांग्रेस के विधायक श्रीनिवास मूर्ती ने कहा कि कुछ अज्ञातों ने मेरे घर में आग लगाई तथा घर पर पेट्रोल बम फेंके । पुलिस को इसकी जांच कर ओरोपियों पर कार्यवाही करनी चाहिए । जब एक विधायक के साथ ऐसा होता है, तो सामान्‍य लोगों का क्‍या होता होगा ? तथापि मैं इस संदर्भ में किसी के विरुद्ध परिवाद नहीं करूंगा भगवान उन्‍हें देखेंगे !’

 

कानून हाथ में ना लें ! – कांग्रेस के कर्नाटक प्रदेशाध्‍यक्ष डीके शिवकुमार

 

मैं इस हिंसा का निषेध करता हूं । कोई भी कानून हाथ में ना लें । शासन दंगाखोरों सहित उन व्‍यक्‍तिआें पर भी कार्यवाही करे, जिसने आपत्तिजनक पोस्‍ट की थी, कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेशाध्‍यक्ष डीके शिवकुमार ने ऐसी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की ।