- हिन्दुआें, कल देश के कोने-कोने में ऐसी स्थिति न हो; इसके लिए संगठित हों और हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें !
- हिन्दुबहुसंख्यक क्षेत्रों में धर्मांधों को घर देना अस्वीकार करने पर आक्रोश करनेवाले आधुनिकतावादी, वामपंथी, समाजवादी, कलाकार, खिलाडी, विचारक और प्रसारमाध्यम हिन्दुआें की इस स्थिति के संदर्भ में एक शब्द भी नहीं बोलते, इसे ध्यान में लें !
नई देहली – यहां के बाबरपुर विधानसभा चुनावक्षेत्र में स्थित मोहनपुरी, मौजपुर एवं नूर-ए-इलाही क्षेत्रों में रहनेवाले हिन्दुआें ने अपने घरों पर ‘विशिष्ट धर्मियों की दहशत के कारण यह घर बेचना है’, ऐसे फलक लगाए हैं, ऐसा देखा गया है । संकेतस्थल ‘ओपीइंडिया’ ने यह समाचार प्रसारित किया है । देहली के आम आदमी दल के सरकार के मंत्री गोपाल राय का यह चुनावक्षेत्र है । कुछ महीने पूर्व यहां भीषण दंगा हुआ था । इस समाचार के अनुसार ‘विशिष्ट समुदाय के लोगों से मिलनेवाली धमकियों के कारण हिन्दू परिवार त्रस्त हैं । ये लोग रात में हिन्दुआें के दरवाजे खटखटाते हैं, साथ ही धमकियां भी देते हैं, हिन्दुआें की यह भी शिकायत है ।’
‘This house is on sale due to fear of members of a particular community’: Posters come up on houses of Hindus in riot-affected areas of Delhihttps://t.co/8DFPdtAeAk
— OpIndia.com (@OpIndia_com) August 1, 2020
आप सरकार हिन्दुआें के साथ भेदभाव कर रही है ! – भाजपा
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष तथा उत्तर-पूर्व देहली लोकसभा चुनावक्षेत्र के सांसद मनोज तिवारी ने इस संदर्भ में ट्वीट कर जानकारी दी, साथ ही उन्होंने ३१ जुलाई को उक्त प्रदेशों का अवलोकन भी किया । उसके पश्चात श्री. तिवारी ने राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा ।
After my visit to the mohanpuri-maujpur, Babarpur vidhansabha in my north east Delhi parliament constituency along with @AjayMahawarBJP ..
I have written to @CMODelhi @ArvindKejriwal Ji 🙏
We should work together to bring peace and harmony. pic.twitter.com/PWcOfvzXR4— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) July 31, 2020
इस पत्र में कहा गया है कि देहली की सरकार हिन्दुआें के साथ भेदभाव कर रही है । इस क्षेत्र में कुछ स्थानों पर सुरक्षा के लिए लोगों को अपने खर्चे से गेट लगाने पडे । इसके विपरीत इसके पार के क्षेत्रों में सरकारी खर्चे से गेट लगाए गए हैं । इन क्षेत्रों में एक विशेष समुदाय का प्रभाव है । यहां की हिंसा के उपरांत सरकार इस विशिष्ट समुदाय को ही विधिजन्य सहायता दे रही है । हिंसा का दंश तो सभी को झेलना पडा है, तो ऐसे में लोगों की सहायता करने में सरकार भेदभाव क्यों कर रही है ? इस क्षेत्र में शांति और सौहार्द को टिकाए रखने हेतु संगठितरूप से काम करने की आवश्यकता है ।’