यूरोप में अनेक लोकतंत्र देशों में ऐसा प्रतिबंध लगाया गया है, तो भारत में वह क्यों नहीं लगाया जा सकता ?
बर्लिन (जर्मनी) – जर्मनी के बाडेन-वुर्टेमबर्ग राज्य के सरकारी विद्यालयों में सरकार ने विद्यालयों में बुर्का पहननेपर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया । इसके आगे बुर्का पहनकर आनेवाली छात्राआें को प्रवेश नहीं दिया जाएगा ।
१. जर्मनी के अनेक साधकों का यह कहना है कि शिक्षा संस्थानों में बुर्का पहननेपर प्रतिबंध लगाना उचित है, तो कुछ लोग चिंतित हैं कि इससे समाज में बुरा परिणाम हो सकता है ।
२. इसी वर्ष फरवरी के महीने में एक १६ वर्ष की छात्रा को हिजाब पहनने के कारण विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया गया था । जब उसने न्यायालय में चुनौती दी, तब न्यायालय ने प्रशासन को फटकारा और छात्रा के पक्ष में निर्णय दिया । इसे देखते हुए राज्य सरकार ने विधि (कानून) बनाकर बुर्का पहननेपर प्रतिबंध लगा दिया है ।
३. बाडेन-वुर्टेमबर्ग से सटे श्लेस्विग-होल्स्टीन में भी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया गया; परंतु वहां की वामपंथी ग्रीन पार्टी ने उसका समर्थन नहीं किया ।
४. वास्तव में यूरोप के कुछ देशों में ही बुर्के पर प्रतिबंध है । इनमें हॉलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया तथा डेन्मार्क अंतर्भूत हैं ।