अमेरिकी संसद में भारत से जुड़ा एक अहम बिल पेश किया गया
(नाटो विश्व के २९ देशों का एक सैन्य संगठन है जिसे ‘नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन’ कहा जाता है।)
वाशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिकी कांग्रेस (संसद) में एक विधेयक प्रस्तुत किया गया जिसमें भारत को अमेरिका के प्रमुख मित्र का स्थान देने की मांग की गई। इस विधेयक का प्रस्ताव अमेरिकी सांसद मार्को रुबियो ने रखा है। भारत की क्षेत्रीय संप्रभुता के लिए बढ़ते संकटों को देखते हुए, विधेयक में मांग की गई है कि संयुक्त राज्य अमेरिका, अपने मित्र जापान, इजराइल, कोरिया तथा नाटो राष्ट्रों के समान ही, भारत को महत्वपूर्ण तंत्रज्ञान हस्तांतरित करे तथा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में सहायता करे।
१. यूएस इंडिया डिफेंस कोऑपरेशन एक्ट में मार्को रुबियो ने कहा कि वामपंथी चीन हिंद और प्रशांत महासागर क्षेत्रों में अपना प्रभाव लगातार बढ़ा रहा है और अपने क्षेत्रीय सहयोगियों की सुरक्षा और संप्रभुता को संकट में डाल रहा है। ऐसे में अमेरिका के लिए यह आवश्यक है कि वह चीन की रणनीति का सामना करने के लिए अपना सहयोग बनाए रखे और भारत समेत क्षेत्र के अन्य देशों को बताए कि वे अकेले नहीं हैं।
२. अमेरिका में शीघ्र ही राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और उस समय अमेरिकी कांग्रेस में दोनों दलों के सांसदों के बीच मतभेद के कारण इस विधेयक के पारित होने की संभावना अल्प है, लेकिन अमेरिका में भारत को मिल रहे समर्थन को देखते हुए संभावना है कि नई सरकार के गठन के बाद विधेयक पुनः प्रस्तुत किया जाएगा।