कश्मीरी लोगों को भारत में ही रहने दो ! – पाकिस्तानी विशेषज्ञ सैयद शब्बर जैदी
पाकिस्तान एवं कश्मीरी लोगों के समक्ष इसके अतिरिक्त अन्य पर्याय न होने से वे अब ऐसा बोलने लगे हैं, यह ध्यान में लें !
पाकिस्तान एवं कश्मीरी लोगों के समक्ष इसके अतिरिक्त अन्य पर्याय न होने से वे अब ऐसा बोलने लगे हैं, यह ध्यान में लें !
प्रशासन ने कहा है ‘हिजाब परिधान न करनेवाली छात्राओं एवं शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की जाएगी’ । पाकअधिकृत कश्मीर के पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं ।
विशेषज्ञों के एक ब्योरे में कहा गया है कि यदि तापमान में १ से ४ अंश सेल्सियस तक वृद्धि हुई, तो भारत में चावल के उत्पाद में १० से ३० प्रतिशत का अभाव आ सकता है तथा मकई के उत्पाद में २५ से ७० प्रतिशत का घाटा हो सकता है ।
संयुक्त राष्ट्रों द्वारा प्रस्तुत ‘युनाइटेड नेशन वॉटर डेवलपमेंट रिपोर्ट २०२३’ के अनुसार विश्व के २६ प्रतिशत लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है, जबकि ४६ प्रतिशत जनता को स्वच्छता की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है ।
भारत की बैठक में आते समय भी इस प्रकार का दुःसाहस करनेवाले पाकिस्तान को न केवल बैठक से, अपितु महामंडल के सदस्य पद से भी अमान्य (निरस्त) करें !
क्या कभी यह कहा जा सकता है कि जिन देशों में लोगों को भोजन तक प्राप्त नहीं हो रहा है, वहां के लोग भारतीयों से अधिक आनंदी कैसे हो सकते हैं ?
जो विदेशी लोग समझते हैं, वह यहां के पुरो(अधो)गामी तथा आधुनिकतावादियों के समझ में आ जाए, तबतक समय बीत चुका होगा !
भारतीय उच्चायुक्त पर खालिस्तानियों की ओर से किए गए आक्रमण का ब्रिटेन के सांसद बाॅब ब्लैकमैन ने विरोध किया है । उन्होंने लंदन पुलिस से कठोर कार्यवाही करने का आवाहन किया है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के सामने भारत विरोधी हिंसा के सूत्र उपस्थित करने के उपरांत यह कार्यवाही की गई है । विक्टोरिया पुलिस ने जनता को ‘२९ जनवरी के दिन हिंसा करने वाले ६ लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस की सहायता करें’, ऐसा आवाहन किया है ।
महासत्ता समझे जानेवाले अमेरिका की पुलिस क्या ऐसी घटनाओं के समय सोई होती है ?