वर्षगांठ के निमित्त परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का संदेश
‘सनातन प्रभात’ की ज्ञानशक्ति का परिपूर्ण लाभ लें और हिन्दू राष्ट्र के कार्य का एक अंग बनने के साथ इस जन्म का सार्थक करने के लिए उत्तम साधक बनने की प्रक्रिया आरंभ करें !’
‘सनातन प्रभात’ की ज्ञानशक्ति का परिपूर्ण लाभ लें और हिन्दू राष्ट्र के कार्य का एक अंग बनने के साथ इस जन्म का सार्थक करने के लिए उत्तम साधक बनने की प्रक्रिया आरंभ करें !’
आपातकाल भले ही आगे गया हो, तब भी उसका आरंभ कभी भी हो सकता है। कोरोना जैसी महामारी के माध्यम से हमने इसका अनुभव लिया ही है। तीसरे विश्वयुद्ध का आरंभ कभी भी हो सकता है। इसलिए साधक आपातकाल की तैयारी जारी रखें !’ – परात्पर गुरु डॉ. आठवले
संस्था द्वारा निर्मित साधना, आचारधर्म, राष्ट्र-धर्म रक्षा, बालसंस्कार, आयुर्वेद आदि संबंधी एवं आपातकाल हेतु उपयुक्त ग्रंथ
कतरास (झारखंड) के सनातन के साधक श्री. पूरण चंद धानु का (आयु ६४ वर्ष) १५ नवंबर २०२१ को सवेरे हृदयाघात के कारण निधन हो गया । सनातन परिवार उनके दुःख में सहभागी है ।
श्री. प्रभाकर पिंगळे मूलत: खामगांव (जिला बुलढाणा) गांव के निवासी थे । उनके पुत्र सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, बहू डॉ. (श्रीमती) मधुवंती पिंगळे, पोती श्रीमती वैदेही गौडा और पोती के पति श्री. गुरुप्रसाद गौडा पूर्णकालीन साधक हैं ।
कोलकाता, बंगाल की सनातन की साधिका श्रीमती मधु पांडेय के ससुर श्री. रविन्द्रनाथ पांडेयजी (आयु ८५ वर्ष) का ५.९.२०२१ को सवेरे दीर्घकालीन अस्वस्थता के कारण निधन हुआ ।
सनातन के ग्रंथ अब ‘ई-बुक’ स्वरूप में ‘अमेजन किंडल एप’ पर उपलब्ध हैं । गुरुपूर्णिमा के शुभावसर से सनातन का हिन्दी ग्रंथ ‘त्योहार मनाने की उचित पद्धतियां एवं अध्यात्मशास्त्र’ ग्रंथ का ई-बुक अमेजन किंडल एप के माध्यम से खरीदने की सुविधा दी गई है ।
अध्यात्म विषयक बोधप्रद ज्ञानामृत’ लेखमाला से भक्त, संत तथा ईश्वर, अध्यात्म एवं अध्यात्मशास्त्र तथा चार पुरुषार्थ ऐसे विविध विषयों पर प्रश्नोत्तर के माध्यम से पू. अनंत आठवलेजी ने सरल भाषा में उजागर किया हुआ ज्ञान यहां दे रहे हैं ।
जोधपुर (राजस्थान) के सनातन के साधक बंकटलाल मोदी (आयु ७५ वर्ष) का बिमारी के कारण २२ जुलाई को निधन हुआ ।
सभी साधक, पाठक, शुभचिंतक, धर्मप्रेमी, हिन्दुत्वनिष्ठ इत्यादि इस सुविधा का अवश्य उपयोग करें, ऐसी विनती ।