ब्राह्मतेज की दहकती ज्वाला शांत हुई ! – सनातन संस्था

सनातन संस्था एवं शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे के मध्य आत्मीय संबंध थे । उन्हें मृत्त्योत्तर सद्गति प्राप्त हो, यह श्री भवानीमाता के चरणों में प्रार्थना !

ऋण देनेवाले प्रतिष्ठान ‘नावी’ के विज्ञापन में किया गया साधु का अनादर 

हिन्दुओं के आस्था के केंद्रो का अनादर करनेवालों को कठोर दंड न मिलने से निरंतर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं । ऐसी घटनाएं रोकने हेतु हिन्दू राष्ट्र के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं है !

महाराष्ट्र राज्य के गृहनिर्माण मंत्री की गिरफ्तारी एवं मुक्ति और इस प्रक्रिया की गोपनीयता !

१५ अक्टूबर को सभी समाचारपत्रों और जालस्थलों पर ऐसा समाचार था कि ‘महाराष्ट्र राज्य के गृहनिर्माणमंत्री तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता जितेंद्र आव्हाड को सवा वर्ष पूर्व ठाणे के अभियंता अनंत करमुसे से की गई मारपीट के प्रकरण में गिरफ्तार किया गया ।

हिन्दू आणि हिन्दुत्व एक ही है; मुसलमानप्रेमी कांग्रेस दोनों के ही विरोध में ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दुत्व की तुलना आतंकवाद से करनेवाले सलमान खुर्शीद की पुस्तक पर प्रतिबंध लगाएं !

आधे-पके चावल से कर्क रोग (कैन्सर) होने की संभावना  ! – शोध का निष्कर्ष

एक शोध से ये निष्कर्ष सामने आया है, कि पकाते समय कच्चे रहे चावल खाने से कर्क रोग (कैंसर) का संकट हो सकता है ।

(कहते हैं) क्या सनातन संस्था का आपराधिक जगत से (अंडरवर्ल्ड से) संबंध जोडा जा सकता है ?

देवेंद्र फडणवीस द्वारा लगाए गए आरोपों पर अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने उठाया यह प्रश्न !

सनातन संस्था ने कुख्यात आतंकी दाऊद की कोई भी संपत्ती नहीं खरीदी है ! – सनातन संस्था

सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने एक विज्ञप्ति में कहा है, कि सनातन संस्था और अजय श्रीवास्तव का कोई भी संबंध नहीं है । साथ ही, उन्होंने यह कहा है, कि पर्याप्त जानकारी लिए बिना नवाब मलिक सनातन संस्था के संदर्भ में इस प्रकार झूठे आरोप लगाकर अपनी हंसी न कराएं ।

कोलकाता उच्च न्यायालय में प्रलंबित है देश का सबसे पुराना, अर्थात २२१ वर्ष पहले का न्यायालयीन मुकदमा !

सरकारी सर्वेक्षण के अनुसार सभी मुकदमों का निर्णय आने में लगेंगे ३२४ वर्ष !

मुसलमान होकर भी केदारनाथ मंदिर में जाकर दर्शन लेने के कारण धर्मांधों की ओर से अभिनेत्री सारा अली खान पर टिप्पणी

सर्वधर्मसमभाव और धर्मनिरपेक्षता यह केवल हिन्दुओं को ही पालन करनी होती है, तो अन्य लोग ने अपने धर्म का कट्टरता से पालन करते हैं, यही पिछले ७४ वर्षों से भारत में चल रहा है, यह अभी भी हिन्दुओं के ध्यान में नही आता, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद !