नई देहली – जयशंकर से मालदीव पर प्रश्न पूछा गया था, ‘क्या भारत उप महाद्वीप एवं हिन्द महासागर क्षेत्रों के देशों पर दादागिरी कर रहा है ?’ तब उत्तर देते हुए भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, ‘यदि हम दादागिरी कर रहे होते, तो क्या हमने पडोसी देशों को ३७ सहस्र ३०० करोड रुपए की सहायता की होती ? साथ ही कोरोना टीका देकर भी सहायता न की होती ।’ यहां आयोजित जयशंकर अपने ‘वाइ इंडिया मैटर्स’ पुस्तक के कार्यक्रम में ऐसा बोल रहे थे ।
HUGE BREAKING 🚨 S Jaishankar's SAVAGE response to Maldivian President Mohamed Muizzu's comment that "We can't be bullied"⚡
He said 🔥🔥 : "Big bullies don't provide $4.5 billion when the neighbours are in trouble. Bullies don't supply vaccines to other countries when Covid is… pic.twitter.com/0xYKeUkBje
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) March 3, 2024
१. जयशंकर ने आगे कहा, ‘हम सदैव अन्य देशों को उनकी अवश्यकता के समय सहायता करते हैं । आपातकाल में भारत अन्य देशों की सहायता करने सदैव तत्पर रहा है । हम युद्धग्रस्त देशों में सहायता सामग्री, औषधि खाद आदि भेजते हैं । इस कारण विश्व हमारी प्रशंसा भी करता है ।’
India does not bully neighboring countries, rather it helps them. – External Affairs Minister, Dr. S. Jaishankar
New Delhi – When questioned 'If India bullies it's neighbors', at an event of the launch of his book, 'Why India Matters', the Indian Minister staunchly responded by… pic.twitter.com/JEATTzbycQ
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) March 4, 2024
२. जयशंकर ने आगे कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में नेपाल, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश एवं मालदीव इन देशों में भारत का निवेश द्रुत गति से बढा है । आज पडोसी देशों से जिस प्रकार व्यापार चल रहा है, वह महत्त्वपूर्ण है । पडोसी देशों से हमारे संबंध सुधर रहे हैं । हम व्यापार के लिए बांग्लादेश के बंदरगाहों का उपयोग कर रहे हैं । श्रीलंका, बांग्लादेश एवं नेपाल की ओर देखें । अच्छे व्यवहार के लिए यहां मार्ग एवं रेल-जाल का निर्माण किया गया है । १० वर्ष पूर्व ऐसी परिस्थिति नहीं थी ।’