सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘स्वतंत्रता के उपरांत ७० वर्षों में कांग्रेस ने केवल हिन्दूद्वेष एवं अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण किया । भारत तथा हिन्दू धर्म को नष्ट करने के लिए साम, दाम, दंड एवं भेद ऐसी सभी नीतियों का उपयोग किया । काल के अनुरूप हिन्दुओं ने मिलकर कांग्रेस का अस्तित्व समाप्त किया । इससे हिन्दुओ, अपनी एकता का बल समझो !
केवल सत्ता परिवर्तन के लिए ही नहीं, अपितु दिन-रात संगठित रहना, काल की आवश्यकता है, यह भी समझो !’
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक