सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
बुद्धिप्रमाणवादियों को अहंकार होता है कि मानव ने विभिन्न यंत्र बनाए । उनको यह समझ में नहीं आता कि ईश्वर ने जीवाणु, पशु-पक्षी ७०-८० वर्ष चलनेवाला एक यंत्र, अर्थात मानव शरीर जैसे अरबों चीजें बनाई हैं । क्या वैज्ञानिक उनमें से एक भी बना पाए हैं ?
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक