कश्मीर में ३० वर्षों से भागे ८ आतंकवादियों को बंदी बनाया !

२ कर रहे थे सरकारी नौकरी !

श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – पिछले ३० वर्षों से भागे ८ आतंकवादियों को पुलिस ने बंदी बनाया । इनके नाम आदिल फारुख फरीदी, इश्तियाक अहमद, इकबाल मुजाहिद हुसैन, तारिक एजाज, जमील और इश्तियाक हैं । ये सभी लोग राज्य में ही सामान्य नागरिक के रूप में रह रहे थे । इनमें से २ को सरकारी नौकरी भी मिली थी, एक शिक्षा विभाग में तथा दूसरा न्यायालय में काम कर रहा था । इन सभी आतंकवादियों पर अपहरण, हत्या, कश्मीरी हिन्दू और सुरक्षाबलों पर आक्रमण करने के लिए लोगों को भडकाना आदि आरोप है । उन्होंने उनकी कार्यवाहियां मस्जिदों की सहायता लेकर की थी ।

(कश्मीर में मस्जिदों का उपयोग किस लिए किया जाता था , यह ध्यान में लें ! इस विषय में भारत का एक भी धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी अथवा मुसलमान राजनीतिक पार्टी, नेता मुंह नहीं खोलेगा – संपादक)

पुलिस को संदेह है कि, इसी प्रकार अन्य भागे आतंकवादी भी जम्मू-कश्मीर में ही रह रहे होंगे ।

७३४ आतंकवादी अभी भी भागे हुए हैं !

जम्मू-कश्मीर में जांच एजेंसियों के २ दल वर्तमान में भागे आतंकवादियों की खोज कर रहे हैं । भागे आतंकवादियों की संख्या ७३४ है । इनमें कश्मीर के ४१७, जम्मू के ३१७ शामिल हैं । जिनमें से ३६९ की पहचान की गई है तथा ८० की मृत्यु हुई है । ४५ पाकिस्तान भाग गए हैं । १२७ की जानकारी अभी भी नहीं मिली है ।

संपादकीय भूमिका

  • भागे आतंकवादियों को नौकरी कैसे मिली ? उन्हें किसने सहायता की, आदि की खोज कर संबंधित लोगों पर भी कार्यवाही होनी आवश्यक है !
  • ३० वर्षों तक भागे आतंकवादियों को पकड न सकने वाली पुलिस की कार्यक्षमता स्पष्ट होती है ! ऐसों को घर पर बिठाना ही सही होगा !