सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
ʻसंसार के वैद्य, अभियंता, अधिवक्ता, वास्तुविशारद इत्यादि विविध विषयों के विशेषज्ञ, साथ ही गणित, भूगोल, इतिहास, विज्ञान इत्यादि कोई भी विषय दूसरे विषय के संदर्भ में एक वाक्य भी नहीं कह सकता । केवल अध्यात्म ही एकमात्र ऐसा विषय है, जो विश्व के सभी विषयों से संबंधित त्रिगुण, पंचमहाभूत, साथ ही शक्ति, भाव, चैतन्य, आनंद एवं शांति इत्यादि के संदर्भ में परिपूर्ण जानकारी दे सकता है ।ʼ
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक