हमारा कुटुंब  हुतात्मा परिवार के नाम से पहचाना जाएगा ! – हुतात्मा जवानों के परिजन

नक्सली आक्रमण में सर्वोच्च बलिदान देनेवाले १० जवानों में से ८ पूर्व नक्सली हैं !

प्रतिकात्मक छायाचित्र

जगदलपुर (छ.ग.) – २६ अप्रैल को हुए नक्सली आक्रमण में १० जवान वीरगति को प्राप्त हो गये। वीरगति को प्राप्त १० जवानों में से ८ पूर्व नक्सली थे किन्तु उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया था और सामाजिक जीवन की मुख्यधारा में सम्मिलित हो गए थे।  उनमें से एक जवान के परिजन के उद्गार थे , ‘अब से हमारा परिवार हुतात्मा परिवार के नाम से पहचाना जाएगा। अपने ललाट पर नक्सलवाद का कलंक लगाकर मरने से लाख गुना अच्छा है सैनिक के रूप में राष्ट्र पर प्राण न्योछावर करना  !’

नक्सली आक्रमण में हुतात्मा हुए जवान की चिता पर सो गई पत्नी !

नक्सली आक्रमण में हुतात्मा हुए जवानों का अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं । ऎसे में जब सिपाही राजू करटम का शव उनके गांव कवासीपुरा पहुंचा तो उनकी पत्नी अंतिम संस्कार के समय शव को अपने आगोश में ले लिया तथा जैसे ही अंतिम संस्कार प्रारंभ  हुआ, वह चिता पर लेट गई और ‘मुझे मेरे पति सहित अग्नि दे दो’ का हठ करने लगी। जब बड़े-ज्येष्ठ जनों ने उसे समझाया तब कहीं अंतिम संस्कार पूरा हो सका।