इस्लामाबाद – अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का (आई.एम.एफ.) पाकिस्तान पर विश्वास नहीं रहा, ऐसा वक्तव्य पाकिस्तान के वित्तमंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने किया । पिछले वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से पाकिस्तान को कर्ज देना रोक दिया था । यह प्रक्रिया चालू करने के लिए इस्माइल ने योगदान दिया था । हाल ही में उन्होंने पाकिस्तान के जीओ समाचार को साक्षात्कार दिया । साक्षात्कार के समय उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष के साथ हुए महत्वपूर्ण समझौते को तोडा और देश बडे आर्थिक संकट में चला गया । पिछले डेढ वर्षों में हमने तीन बार आश्वासन देने के उपरांत वापस लिए । इमरान खान के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहते तत्कालीन वित्तमंत्री हाफीज शेख ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से वचनबद्धता करार किया था । ‘आई.एम.एफ.’ द्वारा पैसे देते ही शेख को उनके पद से हटा दिया गया । इस कारण ‘आई.एम.एफ.’ के साथ धोखा हुआ । इसके उपरांत ‘आई.एम.एफ.’ ने पैसे देना बंद किया, ऐसा भी इस्माइल ने बताया ।
Former finance minister Miftah Ismail — who managed to revive the stalled International Monetary Fund (IMF) last year during his tenure at the Q Block — has claimed that Washington-based lender doesn’t trust Pakistan’s Ministry of Finance. pic.twitter.com/JTc4AQIKBb
— Startup Pakistan (@PakStartup) March 12, 2023
संपादकीय भूमिकापाकिस्तान को मिली सौगात ! |