आज के समय में नेहरू के भारत में आधे सांसदों पर अपराध पंजीकृत ! – सिंगापुर के प्रधानमंत्री का स्पष्टीकरण

भारत सरकार की ओर से आपत्ति दर्शाते हुए सिंगापुर के राजदूत को समन

  • इसमें भारत की ओर से आपत्ति जताने जैसा क्या है ? जो वास्तविकता है, वही सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने बताई है । सरकार को इस सच्चाई का स्वीकार कर भविष्य में उसमें क्या सुधार किए जा सकते हैं, इस पर विचार करना आवश्यक है ! – संपादक
  • स्वतंत्रता के ७४ वर्षतक के राज्यकर्ताओं के लिए यह स्थिति लज्जाप्रद ! – संपादक
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग

नई देहली – सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने उनकी संसद में बोलते हुए आज के समय में नेहरू के भारत में आधे सांसदों पर अपराध पंजीकृत है, ऐसा कहा । उस पर भारत की ओर से आपत्ति जताते हुए विदेश मंत्रालय ने भारत में सिंगापुर के राजदूत साइमन वोंग को समन भेजा है । विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सिंगापुर के प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी अनावश्यक है; इसलिए हमने उनके पास यह सूत्र उठाया है ।

१. वर्कर्स पार्टी के पूर्व सांसद के विरुद्ध के शिकायत के संदर्भ में समिति के ब्योरे पर की गई चर्चा के समय में सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने कहा था कि अपने देश के लिए लडनेवाले और स्वतंत्रता प्राप्त करा देनेवाले संभवतः महान धैर्य, संस्कृतिप्रेमी और उत्कृष्ट क्षमतावाले अपवादात्मक लोग होते हैं । वे संघर्ष करते हुए लोगों के और देश के नेता बन जाते हैं । उसमें डेविड बेन-गुरियंस और जवाहरलाल नेहरू अंतर्भूत हैं । आज के समय नेहरू का भारत ऐसा बन गया है कि माध्यमों के समाचारों के अनुसार भारत की संसद के लगभग आधे सांसदों पर बलात्कारसहित हत्या के आरोपों के साथ अन्य आपराधिक प्रकरण पंजीकृत हैं । अर्थात उनमें से कई आरोप राजनीति से पेरित होने का कहा जाता है ।

२. प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने यह भी कहा कि यदि सरकार में सम्मिलित लोगों ने अखंडता रखी और प्रत्येक व्यक्ति के लिए नियम और मानक लागू किए, तो सिंगापुर के लोग उनके नेताओं, सरकारी तंत्रों और संस्थाओं पर विश्वास कर सकते हैं ।