धर्म के आधार पर भारत का विभाजन, यह ऐतिहासिक भूल ! – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

यह चूक अब भारत को संशोधित करनी चाहिए, ऐसा ही राष्ट्रप्रेमियों को लगता है ! – संपादक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

नई देहली : “वर्ष १९७१ का युद्ध हमें यही बताता है, कि धर्म के आधार पर भारत का विभाजन, एक ऐतिहासिक चूक थी । पाकिस्तान का जन्म, एक धर्म के नाम पर हुआ था ; परंतु, वह संगठित नहीं रह सका”, ऐसा वक्तव्य रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया । वे सशस्त्र बलों के योगदान की स्मृति में ‘स्वर्णिम विजय पर्व’ के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे ।

राजनाथ सिंह ने आगे कहा है कि,

१. भारतीय सेना ने १९७१ में, पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों को विफल कर दिया था एवं आतंकवाद को नष्ट करने के लिए कार्य किया था । तब से अभी तक, भारत, पाकिस्तान की करतूतों को रोकने के लिए कार्य कर रहा है । हमने तब वास्तविक युद्ध में विजय प्राप्त की थी एवं इस अप्रत्यक्ष युद्ध में भी विजय हमारी ही होगी ।

२. इतिहास में यह दुर्लभ है कि, ‘किसी देश को युद्ध में पराजित करने के पश्चात, कोई दूसरा देश अपना प्रभुत्व उस पर नहीं थोपता ; अपितु, अपने राजनीतिक प्रतिनिधि को सत्ता प्रदान करता है ।’ भारत ने ऐसा किया ; क्योंकि, यह हमारी संस्कृति का अंश है । ( वर्ष १९७१ में बना बांग्लादेश कोई दूसरा देश नहीं था, अपितु, कुछ वर्ष पूर्व ही विभक्त हुआ भारत का एक अंश था । वह विभक्त होने के पश्चात स्वतंत्र नहीं रह सकता था, इसलिए, भारत को इसे पुनः भारत में सम्मिलित कर लेना चाहिए था । यह सुरक्षा की दृष्टि से उचित होता ! – संपादक)