इजिप्त के रेगिस्तान में मिला ४ सहस्र ५०० वर्ष पूर्व का प्राचीन सूर्यमंदिर !

इससे पूर्व भी मिला था सूर्यमंदिर !

इससे प्राचीन काल में संपूर्ण विश्व में हिन्दू संस्कृति का अस्तित्व था, यह पुनः एक बार स्पष्ट होता है । – संपादक

नई देहली – इजिप्त के अबू गोराब के रेगिस्तान में पुरातत्व विभाग को सूर्यमंदिर मिला है । यह मंदिर ४ सहस्र ५०० वर्ष पुराना होने की बात कही जा रही है । इससे पूर्व भी इजिप्त में एक सूर्यमंदिर मिला था ।

१. पुरातत्त्व वैज्ञानिकों के मतानुसार राजा फैरा न्युसेरे ने अपने जीवनकाल में ही इस मंदिर का निर्माण किया था । उसके पीछे उसका यह उद्देश्य था कि लोग उसे देवता की श्रेणी दें । दूसरी ओर उसकी मृत्यु के उपरांत लोगों ने पिरैमिड का निर्माण कर उसमें उसे दफना दिया ।

२. पुरातत्त्व वैज्ञानिकों ने बताया कि इजिप्त की उत्तर में पुरातत्त्व वैज्ञानिकों को मिले सूर्यमंदिर से यह ज्ञात हुआ कि देश में और भी सूर्यमंदिर हैं । उसके उपरांत संपूर्ण देश में इन मंदिरों की खोज आरंभ हुई । तब यह ज्ञात हुआ कि इजिप्त में ऐसे ६ सूर्यमंदिर हैं, जिनका निर्माण ४ सहस्र ५०० वर्ष पूर्व किया गया था । यहां सूर्यमंदिरों के निर्माण का क्या उद्देश्य था ?, यह अभीतक स्पष्ट नहीं हुआ है ।

३. पुरातत्व वैज्ञानिकों ने जब अधिक जांच की, तब यह मंदिर मिट्टी की ईटों से बनाया हुआ दिखाई दिया । इस मंदिर को २ फूट गहरी चूने की खडियों की नींव थी । मूल मंदिर बहुत ही प्रेक्षणीय होगा, यह जानकारों का मत है; क्योंकि अबू गोराब में मिले अवशेषों की सहाता से उन्होंने संगणक पर इस मंदिर की रचना की । यह मंदिर अत्यंत सुंदर दिखाई देता है । इसके अतिरिक्त पुरातत्व वैज्ञानिकों को वहां मिट्टी का जार भी मिला, जिसमें मिट्टी भरी हुई थी । वैज्ञानिकों ने यह अनुमान लगाया है कि इन बरतनों में किसी भी पूजा के समय सूर्यदेव को भोग लगाया जाता होगा ।