कोलार (कर्नाटक) की घटना (मम) अस्पताल में कोरोना मरीजों पर उपचार के समय लापरवाही होने की शिकायत करने वाले सैनिक को मारा

पुलिसवालों के सामने मारा गया !

एक सैनिक पर हाथ उठाने की हिम्मत होती ही कैसे है ? ऐसे कर्मचारियों को हिरासत में लेकर उन्हे कारागृह में डालना चाहिए, साथ ही निष्क्रिय पूलिस को भी निकाल बाहर करना चाहिए !

कोलार (कर्नाटक) – कोरोना पीडित मां पर सही उपचार नहीं किया गया, ऐसा आरोप करने वाले सैनिक श्रीनिवास पर श्रीनिवासपुर शासकीय अस्पताल परिसर में कर्मचारियों द्वारा मारा गया । विशेषता यह कि पुलिस के सामने यह हमला किया गया । इसके पहले श्रीनिवास ने उपमुख्यमंत्री अश्वथ नारायण से भी उपचार के विषय में शिकायत की थी ।
तमिलनाडु में कार्यरत श्रीनिवास की मां कोरोना पीडित होने पर उन्हें अस्पताल में भरती किया गया था । उसे देखने के लिए श्रीनिवास पीपीई किट पहन कर अस्पताल जाने पर मां का पलंग से नीचे गिरकर घायल होना पर और उसपर योग्य उपचार न होना दिखाई दिया ।  इसपर अस्पताल के कर्मचारियों से उसका विवाद हुआ । दोपहर में उपमुख्यमंत्री डॉ. अश्वथ नारायण अस्पताल दौरे पर आए । उस समय श्रीनिवास ने नारायण से इस विषय में शिकायत की । इसका विरोध करने वाले कर्मचारियों ने बाद में श्रीनिवास पर हमला किया । स्थानीय लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया । अस्पताल के अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों ने हमला करने के लिए प्रोत्साहन दिया, ऐसा आरोप श्रीनिवास ने किया । हमले के समय पुलिस भी वहां उपस्थित थी ।