कोरोना महामारी जैसे कठिन समय में आई.पी.एल. क्रिकेट का आयोजन अर्थहीन है ! – ब्रिटिश पत्रकार पियर्स मोर्गन

  • एक ब्रिटिश पत्रकार को जो समझ में आता है, वह भारत सरकार क्यों नहीं समझती ? गौर करें कि देश में एक भी क्रिकेटर या खेल से जुडा व्यक्ति इसके बारे में बात नहीं करता है !
  • देश में जब सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं, तब क्रिकेट मैच खेले जाते हैं ? जनता जानती है कि पैसा कमाने के लिए ही यह सब चल रहा है !

लंदन (ब्रिटेन ) – भारत में कोरोना के प्रकोप की विकट स्थिति को देखते हुए, आई.पी.एल. क्रिकेट टूर्नामेंट को तुरंत रद्द कर दिया जाना चाहिए और देश में कोरोना रोकने के लिए अधिक ध्यान देना चाहिए । महामारी के समय में पूरे देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए । जाने-माने ब्रिटिश टीवी पत्रकार, पियर्स मॉर्गन ने कहा कि, ‘इस तरह के कठिन समय में क्रिकेट खेलना अर्थहींन है ।’ भारत में इस समय आई.पी.एल. क्रिकेट स्पर्धाएं चल रही हैं । यह टूर्नामेंट ९ अप्रैल से आरंभ हुआ और अंतिम मैच ३० मई को खेला जाएगा । आई.पी.एल. क्रिकेट स्पर्धाएं वर्तमान में दिल्ली, कर्णावती, मुंबई और चेन्नई में खेली जा रही हैं । इसी पृष्ठभूमि पर मॉर्गन ने यह आलोचना की है । बी.सी.सी.आई. अध्यक्ष सौरव गांगुली पहले ही यह कह चुके हैं कि आई.पी.एल. स्पर्धाएं निर्धारित समय तक जारी रहेंगी ।

भारत में वर्तमान में ३ लाख से अधिक नए कोरोना रोगी प्रतिदिन मिल रहे हैं । मृत्यु दर भी दिन-प्रतिदिन बढती जा रही है । कोरोना की इतनी बडी लहर के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई प्रतिबंधात्मक उपाय नहीं कर रहे हैं । उन्होंने यह भी कहा कि, ‘प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व दायित्व शून्य है ।’