मंदिरों का व्यवस्थापन भक्तों के हाथ में देना चाहिए !
भारत के प्रसिद्ध हिंदू खिलाडी, अभिनेता या प्रसिद्ध व्यक्ति कभी भी हिंदु धर्म के विषय में नही बोलता है; कारण, ऐसा बोला तो उसके तथाकथित धर्मनिरपेक्षता को चोट पहुंचेगी, ऐसा उन्हें लगता है; लेकिन वीरेंद्र सहवाग द्वारा मंदिर सरकारीकरण का विरोध करने पर उनकी प्रशंसा करनी चाहिए !
नई दिल्ली – सहस्रों वर्ष प्राचीन मंदिरों की दयनीय स्थिति देखकर मन को बहुत दु:ख हो रहा है । एक योग्य प्रक्रिया के अंतर्गत इन मंदिरों की दुर्दशा रोकना, यह काल की आवश्यकता है । मंदिरों का व्यवस्थापन भक्तों के हाथ में देना चाहिए, ऐसा ट्वीट प्रसिद्ध पूर्व क्रिकेट खिलाडी वीरेंद्र सहवाग ने किया है । तामिलनाडु के मंदिरों की दुर्दशा पर सद्गुरू जग्गी वासुदेव की मुहिम को उन्होंने समर्थन दिया है ।
Virender Sehwag engaged in temple rescue campaign, supported Jaggi Vasudev in this way https://t.co/j5ncTEH4GO
— Nation World News (@nationworldnews) March 24, 2021
ईशा फाउंडेशन के संस्थापन सद्गुरू जग्गी वासुदेव ने चेन्नई की एक दयनीय स्थिति में मंदिर का वीडियो रिट्वीट करते हुए तामिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय को और वीरेंद्र सहवाग को टैग किया था । उसपर सहवाग ने उपरोक्त प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया । जग्गी वासुदेव ने अभियान के अंतर्गत तामिलनाडु के ४४ सहस्र २१२ मंदिरों पर से सरकार का नियंत्रण हटाकर उसे भक्तों के हाथ में देने की मांग की हैः कारण सरकार इन मंदिरों के लिए कुछ भी न करते हुए दिख रही है ।