११ मार्च २०२१ से २७ अप्रैल २०२१ की अवधि में हरिद्वार (उत्तराखंड) में महाकुंभपर्व है । कुंभकाल में धर्मप्रसार की सेवा करने के लिए संपूर्ण भारत के १०० से अधिक साधक हरिद्वार में निवास हेतु आनेवाले हैं । उनके निवास की दृष्टि से तथा विविध सेवाआें के लिए वास्तु की (घर, सदनिका (फ्लैट), सभागृह (हॉल), जिसका उपयोग नहीं किया जा रहा हो; परंतु सुस्थिति के आश्रम की वास्तु की आवश्यकता है ।
जो साधक, पाठक, हितचिंतक और धर्मप्रेमी धर्मप्रसार की सेवाआें के लिए हरिद्वार में स्थित स्वयं की वास्तु तथा परिचित संतों का आश्रम निःशुल्क उपयोग हेतु अथवा अल्प किराए पर दे सकते हैं,वे कृपया सूचित करें । हरिद्वार स्थित चंडीघाट, संन्यास रोड, ज्यालापुर, कनखल, सप्तर्षि मार्ग, हरकी पौडी इस क्षेत्र में यह वास्तु हो,तो सुविधाजनक होगा; परंतु इसके अतिरिक्त शहर के अन्य क्षेत्र की वास्तु भी चलेगी ।