संसार में जहां हिन्दू नहीं हैं, वहां मुसलमान एक दूसरे से लडकर समाप्त हो रहे हैं ! – कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद

  • गुलाम नबी आज़ाद को २८ वर्षों से राजनीति में काम करते हुए यह सच बताने में इतने वर्ष क्यों लगे ? बहुत सारे मुसलमान नेता हैं जो इस तथ्य को जानते हैं ; किंतु वे कभी सच नहीं बोलते ! पाखंडी, धर्मनिरपेक्षतावादी, पूरो (अधो)गामी क्या इस बारे में बात करेंगे ?

  • भारत विश्व में शांतिवादी देश है, क्योंकि भारत में हिन्दू धर्मनिरपेक्ष और सहिष्णु हैं ; यद्यपि इसका मूल्य हिंदुओं ने अपने जीवन का त्याग कर या अत्याचारों को सहन कर चुकाया है या चुका रहे हैं । चूंकि, हिन्दू शांति चाहते हैं, इसलिए उन्हें हिन्दू राष्ट्र के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए !

  • जब गुलाम नबी आज़ाद कश्मीर के मुख्यमंत्री या केंद्र में मंत्री थे, तब उन्होंने कश्मीर में हिन्दुओं को फिर से बसाने का प्रयास क्यों नहीं किया, यह भी उन्हें बताना चाहिए !
गुलाम नबी आजाद

नई दिल्ली : ‘पिछले ३० से ३५ वर्षों में, अफगानिस्तान से इराक तक, हमने देखा है कि कैसे मुसलमान एक-दूसरे से लडते रहे हैं । वहां कोई हिन्दू नहीं है । कोई ईसाई नहीं हैं । वहां कोई और नहीं लड रहा है । वे आपस में लड रहे हैं । जब मैं पाकिस्तान की स्थिति के बारे में पढता हूं, तो मुझे यह कहते हुए गर्व होता है कि मैं एक भारतीय मुसलमान हूं । इतना ही नहीं, मैं कहूंगा कि अगर विश्व में कोई भी मुसलमान है, जिस पर गर्व होना चाहिए, तो वह भारतीय मुसलमान होना चाहिए’, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्य सभा में अपना कार्यकाल समाप्त होने के धन्यवाद प्रस्ताव के समय उत्तर देते हुए यह कहा ।

आजाद ने आगे कहा, “मेरी हमेशा से भूमिका रही है कि हम भाग्यशाली हैं । मैं आजादी के बाद पैदा हुआ था । मैं उन खुशकिस्मत लोगों में से एक हूं, जो कभी पाकिस्तान नहीं गए । मुझे भारतीय मुसलमान होने पर गर्व है ।”