‘गोडसे ज्ञानशाला’ वाचनालय पुलिस द्वारा बंद !

मस्जिद और मदरसों से भारतविरोधी और हिन्दूविरोधी कार्यवाहियां चल रही हैं, इसके साथ ही उसके विरुद्ध विषैला प्रसार भी किया जा रहा है । ऐसा होते हुए भी पुलिस उस पर प्रतिबंध लगाने का साहस दिखाएगी क्या ?

‘देश में वैचारिक स्वतंत्रता पर बंधन लगाना लोकतंत्र के विरुद्ध है’, ऐसा कहनेवाले अब चुप क्यों ?

ग्वालियर (मध्य प्रदेश) – अखिल भारतीय हिन्दू महासभा द्वारा आरंभ किया गया ‘गोडसे ज्ञानशाला’ वाचनालय जिला प्रशासन ने २ दिनों में ही बंद कर दिया । प्रशासन ने वाचनालय का साहित्य भी नियंत्रण में ले लिया है । प्रशासन का कहना है कि कानून व सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कार्यवाही की गई।

ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक अमित संघी ने कहा, ‘‘हिन्दू महासभा के सदस्यों के साथ बैठक के उपरांत ज्ञानशाला बंद की गई । सामाजिक माध्यमों द्वारा ‘गोडसे ज्ञानशाला’ के नाम से गंभीर संदेश फैल रहा है । कानून और सुव्यवस्था सुनिश्‍चित करने के लिए जिला दंडाधिकारी ने परिसर में धारा १४४ लागू करने के अगले दिन ही यह वाचनालय बंद कर दिया । इस वाचनालय द्वारा युवकों तक नथुराम गोडसे के विचार पहुंचाए जानेवाले थे ।’’ (१४.१.२०२१)