मकर संक्रांति पर सर्वोच्च न्यायालय के अधि. आर. वेंकटरमणिजी, अधि. पू. हरि शंकर जैन तथा अधि. विष्णु शंकर जैन से सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी की सदिच्छा भेंट !

– बाएं से अधि. आर. वेंकटरमणिजी को पंचांग भेंट देते हुए सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेज

देहली – यहां मकर संक्रांति के अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता आर. वेंकटरमणिजी से हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक, सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने १४ जनवरी को सदिच्छा भेंट ली । इस शुभ अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के प्रत्यक्ष प्रसार का पुनः शुभारंभ हुआ तो उनसे भेंट करके बहुत आनंद हुआ । इस समय साधना के विषय में विस्तार से बात हुई !

क्षणिका : अधि. वेंकटरमणिजी से जब कहा कि आपसे मिलकर बहुत आनंद होता है, तो उन्होंने सद्गुरुजी से भेंट होने के विषय में कहा, ‘आपका आना ही हमारे लिए त्योहार है, आपसे आज के दिन भेंट होना मेरा सौभाग्य है !’

     अधिवक्ता पू हरि शंकरजी की भेंट में उन्होंने बताया कि ‘जो धर्म के विषय में अभियोग करते हैं, उनके लिए साक्षात भगवान ही स्वप्न में आकर कैसे कृति करते हैं, सुझाते हैं और उस अनुसार करने से उन्हें यश भी मिलता है ।’

     उनके मन में ये भाव है कि लॉकडाउन की कालावधि ईश्‍वर की दी हुई अवधि रही, जिसमें राष्ट्र और धर्म के हित के अभियोग प्रविष्ट करने के लिए अध्ययन करने हेतु समय मिला ।

            पिछले अनेक वर्षों से समिति द्वारा जो आपातकाल के विषय में बताया जा रहा था, वो कितना सत्य है , इसकी प्रतीति ही कोरोना काल में सभी को हुई है ।