( कहते हैं ) ‘कर्नाटक की एक इंच भूमि भी नही देंगे !’

महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमा विवाद

मुख्यमंत्री बी.एस. येडियुरप्पा का मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को प्रति उत्तर

येदियुरप्पा को यह महसूस करना चाहिए कि पिछले 60 वर्षों से चल रहे महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद, जिसे सद्भावना से हल करने का प्रयास करने की आवश्यकता होते हुए भी इस तरह का बयान देना कष्टप्रद है।

बेंगलूरू (कर्नाटक) – कर्नाटक की एक इंच भूमि भी नही देंगे, ऐसा प्रतिउत्तर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येडियुरप्पा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा किए विधान पर दिया है । महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा था, ‘कर्नाटक व्याप्त मराठी भाषी और सांस्कृतिक क्षेत्र को महाराष्ट्र में लाना ही इस सीमा युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को सच्ची श्रद्धांजली होगी । इसलिए हम एकजुट और कटिबद्ध हैं ।’

१. कर्नाटक के बेलगांव, कारवार निपाणी सहित सैकडों गांव महाराष्ट्र में मिलाने के लिए संघर्षरत ‘महाराष्ट्र एकीकरण समिति’ प्रत्येक वर्ष १७ जनवरी को ‘शहीद दिन’ मनाती है । इस दिन सीमा मुद्दे के शहीदों को नमन करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह विधान किया था । कर्नाटक में कांग्रेस सहित सभी पार्टी के नेताओं ने उद्धव के वक्तव्य का निषेध किया ।

२. उद्धव ठाकरे को उत्तर देते हुए येडियुरप्पा ने आगे कहा कि, ठाकरे का वक्तव्य सौहार्दपूर्ण वातावरण बिगाड सकता है । सच्चा भारतीय होने के नाते उद्धव ठाकरे देश के महासंघ का सम्मान करेंगे, ऐसी मुझे आशा लगती है ।

सौजन्य : हिंदुस्तान टाइम्स )