चलचित्र में ‘बम’ का कोई भी संदर्भ न होते हुए भी जानबूझकर ‘लक्ष्मी बम’ नाम रखने का प्रयत्न होना उजागर ! – ‘आज तक’ समाचारवाहिनी का समाचार

‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहित करनेवाला चलचित्र ‘लक्ष्मी’ प्रदर्शित

  • चलचित्र के कथानक से कोई संबंध न होते हुए जानबूझकर हिन्दुओं की भावनाएं आहत करने के लिए चलचित्रों के नाम हिन्दू देवताओं का अपमान करने के उद्देश्य से रखने का यह प्रयत्न अब केंद्र सरकार को ही निष्फल करना चाहिए ।

  • केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड क्या ऐसे समय सोता रहता है ?, ऐसा प्रश्न अब उपस्थित होता है । सरकार को इस मंडल के संबंधितों पर कार्यवाही करनी चाहिए । हिन्दुओं के स्थान पर अन्य धर्मियों की भावनाएं आहत होती, तो क्या होता, इसका विचार अब सरकार को करना आवश्यक है !

  • ‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहन दिया गया है, इसलिए हिन्दुओं के लिए इस चलचित्र का बहिष्कार करना ही उचित सिद्ध होगा !

नई देहली – दक्षिण भारत के चलचित्र ‘कंचना’ के हिन्दी संस्करण के रूप में ९ नवंबर को प्रदर्शित चलचित्र ‘लक्ष्मी’ का नाम पहले ‘लक्ष्मी बम’ रखा गया था । हिन्दू धर्माभिमानियों द्वारा विरोध करने पर उसका नाम परिवर्तित कर ‘लक्ष्मी’ रखा गया । दर्शकों ने चलचित्रगृह में जाकर यह चलचित्र देखा । उनका कहना है कि इस चलचित्र का नाम ‘लक्ष्मी बम’ रखने जैसा कोई दृश्य अथवा आशय नहीं था । इससे संबंधित समाचार हिन्दी समाचारवाहिनी ‘आज तक’ के जालस्थल से प्रसारित किया गया है ।

दीपावली में प्रदर्शित किया जानेवाला था, इसलिए पटाखों के नाम पर ‘लक्ष्मी बम’ रखने का प्रयत्न किया गया, यह तर्क !

इस समाचार में प्रश्न किया गया है कि, यदि चलचित्र में बम से संबंधित कुछ नहीं था तो चलचित्र के नाम में बम का उल्लेख क्यों किया गया था ? सामाजिक माध्यमों से कुछ लोगों ने स्पष्टीकरण दिया है कि, यह चलचित्र दीपावली में प्रदर्शित होनेवाला था । दीपावली में ‘लक्ष्मी बम’ के नाम से पटाखे जलाए जाते हैं । इसलिए चलचित्र निर्माता द्वारा ‘लक्ष्मी बम’ नाम रखने का प्रयत्न किया गया ।