पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चार लोग गिरफ्तार

  • हाथरस प्रकरण पर दंगे करवाने के षड्यंत्र का प्रकरण

  • एक पत्रकार का समावेश

  • पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया द्वारा इससे पूर्व भी राज्य में सी.ए.ए. के कारण दंगे करवाने का आरोप है । इतने पर ही उस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए था । अब तो राज्य और केंद्र सरकार उस पर तत्काल प्रतिबंध लगाकर उसके सर्व कार्यकर्ताओं को कारागृह में डाले ! 
  • देश में दंगे कौन करवा रहा है, यह स्पष्ट होते हुए तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी मुंह में दही जमाकर मौन बैठे हैं । यदि इसमें हिन्दुओं के संगठनों का नाम भी आया होता, तो इन्हीं संगठनों ने उनपर प्रतिबंध लगाने के लिए जमीन आसमान एक कर दिया होता !


लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) – हाथरस की १९ वर्षीय लडकी पर कथित सामूहिक बलात्कार और उसके पश्चात हुई उसकी मृत्यु के उपरांत वहां दंगे करवाने के षड्यंत्र के प्रकरण में पुलिस ने अतीक उर रहमान, सिद्दिकी, मसूद अहमद और आलम नामक चार लोगों को गिरफ्तार किया है । इनमें से एक पत्रकार है । ये चारों ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पी.एफ.आई.) और इस संगठन के सहकारी संगठन ‘कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया’ से संबंधित हैं ।

१. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कुछ संदिग्ध व्यक्ति देहली से हाथरस की ओर निकले थे । टोल नाके पर संदिग्ध वाहनों की जांच के समय इन चारों की संदिग्ध गतिविधियों को देखकर उन्हें नियंत्रण में लेकर उनसे पूछताछ की गई । तत्पश्चात उन्हें गिरफ्तार किया गया । उनके पास से भ्रमणभाष संच, लैपटॉप और अन्य संदिग्ध सामग्री जप्त की गई है ।

(सौजन्य : Republic World)

२. इन ४ युवकों में से एक युवक पत्रकार है । केरल स्थित एक जालस्थल के लिए वह काम करता है । बताया जा रहा है कि पी.एफ.आई. से संबंध होने के कारण उसे इससे पहले भी कानूनी नोटिस भेजा गया है ।

३. इस पत्रकार को मुक्त करवाने के लिए केरल के ‘यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएश’ ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है । पत्र में लिखा है कि, संबंधित पत्रकार हाथरस में वर्तमान परिस्थिति का वार्तांकन करने के लिए वहां गया है ।