‘क्रूरकर्मी टीपु सुल्तान ने देश के लिए नहीं, अपितु अपना राज्य बचाने के लिए अंग्रेजों के साथ युद्ध किया और उसमें वह मारा गया । ‘उसने १ दिन में १ लाख हिन्दुओं का धर्मांतरण किया’, यह इतिहास है । इसके अतिरिक्त भी उसने सहस्रों हिन्दुओं को मारा और हिन्दुओं के मंदिर गिराकर मस्जिदें बनाईं । विधायक विश्वनाथ को यह इतिहास क्यों ज्ञात नहीं है ?’, हिन्दुओं के मन में यह प्रश्न उठता है !
बेंगलुरू (कर्नाटक) – दक्षिण में टीपु सुल्तान था । ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता का नरसिंघा फूंका था । उसमें संगोळी रायण्णा भी थे । उनके द्वारा दिए गए बलिदान के कारण देश को उन्हें नमन करना होगा । भाजपा के विधानपरिषद के नवनिर्वाचित विधायक एएच विश्वनाथ ने टीपु सुल्तान के संदर्भ में उक्त प्रशंसोद्गार व्यक्त किए ।
Tipu Sultan was the greatest freedom fighter this country saw. He triggered the freedom movement in the country. The country has to respect to such eminent personalities: BJP MLC AH Vishwanath in Bengaluru yesterday pic.twitter.com/WlBpZIlFz9
— ANI (@ANI) August 27, 2020
१. पत्रकारों ने जब कहा कि ‘आपकी भूमिका टीपु सुल्तान के प्रति भाजपा की भूमिका से अलग है’, तब विश्वनाथ ने कहा कि ‘टीपु सुल्तान किसी दल, जाति अथवा धर्म का नहीं था । वह तो भूमिपुत्र है; इसलिए उसे किसी चौखट में सीमित नहीं करना चाहिए ।’
२. वर्ष २०१७ में टीपु सुल्तान की जयंती के संदर्भ में भाजपा और कांग्रेस में विवाद हुआ था । उस समय कांग्रेस ने ‘टीपु सुल्तान एक महान शासक था; इसलिए हम उसकी जयंती मनाएंगे’ की भूमिका अपनाई थी, तो भाजपा ने ‘टीपु सुल्तान एक क्रूर शासक था, उसने हिन्दुओं पर अत्याचार किए, सैकडों हिन्दुओं की हत्या की और उनका धर्मांतरण किया’, यह आरोप लगाते हुए टीपु सुल्तान की जयंती का विरोध किया था ।
विधायक विश्वनाथ का मत व्यक्तिगत ! – भाजपा
‘भाजपा ने कांग्रेस के कार्यकाल में टीपु सुल्तान की जयंती मनाने का विरोध किया था और अब राज्य में अपनी सत्ता आने पर टीपु सुल्तान की जयंती न मनाने का प्रशंसनीय निर्णय लिया; परंतु तब भी भाजपा के विधायक विश्वनाथ इस प्रकार अपना मत व्यक्त करते हों, तो भाजपा को उनके विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
विधायक विश्वनाथ की इस भूमिका पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि ‘टीपु सुल्तान के संदर्भ में विधायक की भूमिका उनका व्यक्तिगत मत है ।’