कांग्रेस में आमूलचूल परिवर्तन लाने के लिए पहले उसे अपनी हिन्दूद्वेषी मानसिकता बदलने की आवश्यकता है, साथ ही अभीतक लिए गए राष्ट्रघाती और हिन्दूद्रोही निर्णयों के लिए कठोर प्रायश्चित करने की भी आवश्यकता है ! इतना करने के पश्चात कांग्रेस को अखंड भारत की निर्मिति के साथ भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने हेतु सक्रिय प्रयास करने चाहिए ! कांग्रेस के लिए ये सब असंभव होने से ही कांग्रेस शीघ्र इतिहास बन जाए, तो आश्चर्य कैसा ?
नई देहली – कांग्रेस दल में आमूलचूल परिवर्तन लाने के संदर्भ में कांग्रेस के ५ पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ २३ नेताओं ने पक्ष की तत्कालीन अध्यक्षा सोनिया गांधी को पत्र लिखा है । यह पत्र १५ दिन पूर्व दिया गया है । इस पत्र में इन नेताओं ने दल के नेतृत्व का सूत्र उठाया है तथा दल के अध्यक्षपद पर पूर्णकालीन, प्रभावशाली और सक्रिय नेता चुनने की मांग की है । गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, शशि थरूर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पृथ्वीराज चव्हाण, मिलिंद देवरा आदि नेताओं ने यह पत्र लिखा है ।
Top Congress leaders write to Sonia Gandhi seeking collective leadership, another group bats for Rahul
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— The Times Of India (@timesofindia) August 23, 2020
इस पत्र में कांग्रेस में व्यापक सुधार लाने के साथ ही सत्ता का विकेंद्रीकरण, राज्यों में दल का सशक्तीकरण, प्रत्येक स्तर पर दल में आंतरिक चुनाव, केंद्रीय कार्यकारिणी से लेकर स्थानीय स्तर तक चुनाव और दल के संसदीय विभाग के लिए तत्काल संविधान बनाने की मांग की गई है । ‘लोकसभा चुनाव में हुई पराजय के उपरांत दल के हो रहे पतन के कारण ढूंढने हेतु दल ने प्रामाणिकता के साथ आत्मपरीक्षण नहीं किया है’, ऐसा इन नेताओं ने कहा है । भाजपा राजनीतिक मोर्चे पर आगे है तथा देश के निर्णायक युवा मतदाताओं ने नरेंद्र मोदी को मतदान किया है, कांग्रेस नेताओं ने यह सूत्र उपस्थित किया है । इस पत्र में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस के प्रति युवकों का विश्वास अल्प होना चिंता का विषय है ।