भारतीय वायुसेना की अनुचित छवि निर्माण करनेवाले विवादित चलचित्रों पर सरकार प्रतिबंध क्यों नहीं लगाती ?
नई देहली – भारतीय वायुसेना की अनुचित छवि निर्माण करनेवाला विवादित हिन्दी चलचित्र ‘गुंजन सक्सेना – द कारगिल गर्ल’ पर अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी आपत्ति उठाई है । कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर यह चलचित्र ‘नेटफ्लिक्स’ पर कुछ समय पूर्व ही प्रदर्शित किया गया है । आयोग की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने ट्वीट किया कि ‘भारतीय सेना की अनुचित छवि निर्माण करनेवाला चलचित्र हम क्यों देखें ? चलचित्र निर्माता को क्षमा मांगनी चाहिए और इसके प्रदर्शन पर तत्काल प्रतिबंध लगना चाहिए । इस चलचित्र से महिला आयोग अत्यधिक अप्रसन्न है । ’
If that is so, the film maker must apologise and discontinue the screening. Why showing something which is portraying our own forces in bad light specially when it's not true. https://t.co/KqtP9dQlPV
— Rekha Sharma (@sharmarekha) August 13, 2020
वायुसेना की आपत्ति की उपेक्षा कर ‘धर्मा प्रोडक्शन’ द्वारा चलचित्र की निर्मिति !
सेना तक की परवाह न करनेवाले ‘धर्मा प्रोडक्शन’ पर सरकार को प्रतिबंध लगाना चाहिए !
भारतीय वायुसेना के अनुसार यह चलचित्र प्रदर्शित होने पर उन्होंने भी केंद्रीय चलचित्र निरीक्षण मंडल (केंद्रीय फिल्म सेन्सर बोर्ड) को पत्र द्वारा सूचित किया था कि उसमें भारतीय वायुसेना की अनुचित छवि दिखाई गई है । वायुसेना में कभी लिंगभेद नहीं किया जाता । इसलिए इस चलचित्र में दिखाए गए दृश्य अनुचित हैं । इतना ही नहीं, चलचित्र प्रदर्शित होने से पूर्व भी हमने ‘धर्मा प्रोडक्शन’ को अपनी आपत्ति दर्शाई थी; परंतु उसकी उपेक्षा की गई ।