पवित्र शहर शृंगेरी (कर्नाटक) स्थित आदि शंकराचार्यजी के पुतले पर इस्लामी ध्वज लगानेवाले दो धर्मांध गिरफ्तार !

अत्यंत संतापजनक और हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करनेवाली घटना !

इससे ध्यान में आता है कि धर्र्मांध कितने उद्दंड हो गए हैं !

मोहम्मद पैगंबर का कथित अपमान होने के पश्चात धर्मांधों ने बंगळुरू में दंगे किए इसके विपरीत हिन्दुओं के धर्मगुरु के पुतले पर धर्मांधों द्वारा इस्लामी ध्वज लगाए जाने पर हिन्दू वैधानिक मार्ग से आवाज उठाते हैं । तब भी कथित आधुनिकतावादी, कांग्रेसी, साम्यवादी, प्रसारमाध्यम आदि हिन्दुओं को ही आंतकवादी कहते हैं !

चिक्कमंगळुरू (कर्नाटक) – धर्मांधों की टोली ने ११ अगस्त की रात को शृंगेरी शहर के शंकराचार्य चौक में स्थित आदि शंकराचार्यजी के पुतले पर अरबी भाषा में लिखा हुआ इस्लामी ध्वज लगाया था । इस प्रकरण में पुलिस ने रफीक और साहिल को गिरफ्तार किया है । स्थानीय लोगों को संदेह है कि शृंगेरी में धार्मिक तनाव उत्पन्न करने का पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया और अन्य संगठनों का षड्यंत्र है ।

१. दूसरे दिन सवेरे यह घटना उजागर होने पर स्थानीय लोगों ने ध्वज हटाते हुए निदर्शन द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की । तत्पश्चात पुलिस ने अपराध प्रविष्ट कर स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उक्त दोनों को गिरफ्तार किया ।

२. राज्य के मंत्री सी.टी. रवि बोले, ‘जनपद पुलिस अधिकारियों को दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं । अत: लोग कानून और व्यवस्था बनाए रखें ।’ (कानून और व्यवस्था बनाए रखने का काम पुलिस का है, वह उन्हें ठीक से करना चाहिए और धर्मांधों पर अपनी धाक बनानी चाहिए ! – संपादक)