राममंदिर भूमिपूजन का औचित्‍य साधते हुए राजस्‍थान के ५० मुसलमान परिवारों के २५० सदस्‍यों ने स्‍वीकारा हिन्‍दू धर्म !

इस देश के ९९ प्रतिशत अल्‍पसंख्‍यकों के पूर्वज हिन्‍दू हैं और यह वे भी जानते हैं; परंतु कट्टरता तथा भयवश वे उसका त्‍याग कर पुनः हिन्‍दू धर्म में आने से घबरा रहे हैं । इसलिए हिन्‍दुआें को लगता है कि गत एक सहस्र वर्षों में जिन हिन्‍दुआें को धर्मांतरित कर मुसलमान और ईसाई बनाया गया है तथा उनमें से जिन्‍हें स्‍वेच्‍छा से पुनः हिन्‍दू धर्म में आना है, ऐसों को हिन्‍दू धर्म में लेने के लिए केंद्र सरकार योजना बनाए तथा उन्‍हें सुरक्षा प्रदान करे !

जयपुर (राजस्‍थान) – राममंदिर के भूमिपूजन का औचित्‍य साधकर राजस्‍थान के बाडमेर जनपद के मोतीसरा गांव में रहनेवाले ५० मुसलमान परिवारों ने हिन्‍दू धर्म में प्रवेश किया है । इन परिवारों का कहना है, ‘हमारे पूर्वज हिन्‍दू थे । इतिहास का ज्ञान होने के कारण हमने बिना किसी दबाव के स्‍वेच्‍छा से हिन्‍दू धर्म का स्‍वीकार किया है ।’

हिन्‍दू धर्म का स्‍वीकार करनेवाले सुभनराम बोले, ‘‘मुगल काल में उनके पूर्वजों को धमकाकर मुसलमान धर्म स्‍वीकारने हेतु बाध्‍य किया गया था; परंतु इस संबंध में पता चलने पर हमने निश्‍चित किया कि ‘हम हिन्‍दू हैं और हमें पुनः इसी धर्म में आना है । मुसलमान हमसे दूरी रखते हैं । हमारी प्रथाएं हिन्‍दू धर्म से संबंधित हैं ।’’ इसके उपरांत संपूर्ण परिवार ने हिन्‍दू धर्म में लौटने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की । इसके पश्‍चात ५० मुसलमान परिवारों के २५० सदस्‍यों ने धार्मिक विधियां कर हिन्‍दू धर्म स्‍वीकार किया ।