वाराणसी – राममंदिर के भूमिपूजन हेतु छत्तीसगढ स्थित प्रसिद्ध श्री कौसल्यामाता मंदिर परिसर की मिट्टी लेकर रायपुर के मोहम्मद फैज पैदल अयोध्या के लिए निकल पडे हैं । इस पर आपत्ति दर्शाते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मुसलमान राममंदिर से दूर रहें । वे यदि राम मंदिर के पास आए, तो उनकी टांगें तोड देंगे, ऐसा वक्तव्य दिया । स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वतीजी के शिष्य हैं ।
( सौजन्य: ABP News )
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी ने आगे कहा, संघ के नेता इंद्रेश कुमार से प्रेरणा लेकर खान श्री कौसल्यमाता मंदिर की मिट्टी लेकर अयोध्या जा रहे हैं, यह बात हमें कदापि स्वीकार नहीं है । खान को यदि हिन्दू धर्म के प्रति श्रद्धा हो, तो वे पहले हिन्दू धर्म को स्वीकार करें और प्रायश्चित लें । उन्होंने ऐसा किया, तभी उन्हें यह अवसर मिल सकता है । राममंदिर में यदि खान द्वारा लाई गई मिट्टी रखी गई, तो हम आंदोलन चलाएंगे ।
द्वारका और पुरी पीठों के शंकराचार्यों को निमंत्रण नहीं !
द्वारका तथा पुरी पीठों के शंकराचार्य; साथ ही वैष्णवाचार्य, रामानंद, रामानुज इनमें से किसी को भी राम मंदिर के भूमिपूजन समारोह का निमंत्रण क्यों नहीं दिया, यह प्रश्न भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने उठाया ।