राजस्थान के न्यायालय ने हिन्दू देवताआें को गालियां देनेवाले धर्मांधों की जमानत खारिज की

  • राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के कारण ही वहां के धर्मांधों को ऐसा अवसर मिला है । उन्हें कार्यवाही का बिलकुल भय नहीं है, इसलिए वे हिन्दू विरोधी कृत्य करने का साहस करते हैं । यह चित्र परिवर्तित करने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
  • इस प्रकार का कृत्य यदि हिन्दुआें द्वारा धर्मांधों के संबंध में भूलवश भी हुआ होता, तो आधुनिकतावादी, धर्मांध, साम्यवादी, वामपंथी, हिन्दूद्वेषी प्रसारमाध्यमों आदि ने आकाश पाताल एक कर दिया होता । अब वे इस संबंध में एक शब्द भी नहीं बोलेंगे, यह ध्यान में रखें !
हिन्दुआें के साथ मारपीट, घरों पर पथराव तथा वाहन भी तोडे

जोधपुर – स्थानीय न्यायालय ने हिन्दू देवताआें को गालियां देनेवाले नदीम खान और इरफान खान धर्मांधों की जमानत अर्जी खारिज कर दी है । इस प्रकरण में मुकेश कुमार ने धर्मांधों के विरुद्ध हिन्दुआें की धार्मिक भावनाएं आहत करने की शिकायत प्रविष्ट की थी ।

इस शिकायत के अनुसार, जोधपुर स्थित मदेरणा बस्ती के सरकारी विद्यालय के पास ३० से ४० युवक हाथों में लाठियां लेकर आए और उन्होंने वहां का फलक फाड दिया तथा वहां के हिन्दुआें की पिटाई की, घरों पर पथराव किया । उन्होंने बिजली के मीटर तथा वाहन भी तोड डाले । इसके साथ ही उन्होंने हिन्दू देवताआें को गालियां दीं । इस कारण परिसर में तनाव उत्पन्न हो गया । इस प्रकरण में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांचकर अनेक लोगों को गिरफ्तार किया है तथा दोषियों पर कार्यवाही करने आश्‍वासन दिया है ।

(कहते है) यह साधारण सा झगडा था ! – जमातन अर्जी में आरोपियों का दावा

धर्मांधों को यदि यह झगडा साधारण लग रहा हो, तो वास्तविक झगडा और कैसा होगा ? पुलिस को इसकी पूछताछ करनी चाहिए !

स्वयं की मुक्ति के लिए न्यायालय में दी गई जमानत अर्जी में आरोपियों ने न्यायालय को बताया कि यह साधारण झगडा था; परंतु न्यायालय ने जमानत अर्जी खारिज कर दी है ।