राखी का संबंध गाय के चमडे से जोडने का अशोभनीय प्रयत्न करने का प्रकरण
हिन्दुआें द्वारा किए गए संगठित विरोध का ही यह परिणाम है !
नई देहली – राखी का संबंध गाय के चमडे से जोडने का अशोभनीय प्रयत्न करते हुए ‘चमडा मुक्त रक्षाबंधन मनाएं’ ऐसा अभियान कार्यान्वित करनेवाले ‘पेटा’ (पीपल ऑफ द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल) नामक तथाकथित ‘प्राणीमित्र’ संगठन ने हिन्दुआें के विरोध के पश्चात इससे संबंधित लेख अपने जालस्थल से हटा दिया है । उसने यह भी कहा है कि ‘इस गलतफहमी के लिए क्षमा मांग रहे हैं ।’ ‘राखी में गाय के चमडे का उपयोग किया जाता है’, यह कहते हुए ‘पेटा’ ने यह अभियान प्रारंभ किया था ।
PETA tries to apologise for their Hinduphobic billboard that connected Rakhi with leather, peddles more Hinduphobia in the processhttps://t.co/W8MDYjhnl0
— OpIndia.com (@OpIndia_com) July 21, 2020