प्रधानमंत्री मोदी का लेह में अचानक दौरा
लेह (लद्दाख) – विश्व के विकास के लिए शांति आवश्यक है । विगत कुछ समय में विस्तारवाद ने ही मानवता के विनाश का काम किया । जिनकी विस्तारवादी नीति है, उन्होंने सदैव ही वैश्विक शांति के लिए संकट उत्पन्न किया है । इस प्रकार की विस्तारवादी भूमिका अपनानेवाली शक्तियां एक तो संपूर्णरूप से समाप्त हुई हैं अथवा पीछे हट गई हैं, जिसका इतिहास साक्षी है । आज संपूर्ण विश्व ही विस्तारवाद के विरुद्ध एकजुट हुआ है । इन शब्दों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ३ जुलाई को लद्दाख के नीमू क्षेत्र का अकस्मात दौरा कर चीन को यह चेतावनी दी ।
In a strong message to China delivered from the Himalayan desert of Ladakh, PM Modi said that age of expansion is now over, and history is proof that expansionists have always perished.https://t.co/TKfI3STwg6
— News18.com (@news18dotcom) July 3, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां के सैनिकों से भेंट की । उसके पश्चात उन्होंने सैनिकों के साथ संवाद कर उनका मनोबल भी बढाया । उन्होंने कहा कि ‘हम सीमावर्ती प्रदेशों में मौलिक सुविधाओं के लिए पहले की अपेक्षा ३ गुना अधिक खर्च कर रहे हैं ।’
( सौजन्य : हिंदुस्तान टाइम्स )
सैनिकों का शौर्य हिमालय की पर्वत शृंखलाओं से भी बडा है !
प्रधानमंत्री मोदी ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आप सभी का शौर्य, साथ ही भारतमाता की रक्षा हेतु आपके द्वारा किया जा रहा समर्पण अतुलनीय है । आप जिस कठिन समय में और जिस ऊंचाईवाले स्थानपर भारतमाता की ढाल बनकर खडे हैं, उसकी तुलना इस विश्व में अन्य किसी के साथ नहीं की जा सकती । आपका साहस और शौर्य हिमालय की पर्वत शृंखलाएं से भी बडा है । आपकी भुजाएं यहां की पर्वत शृंखलाओं की भांति बलशाली हैं । आपकी इच्छाशक्ति भी अटल है । मैं इन सभी बातों का अनुभव कर रहा हूं और मेरे भाषण में भी यही बात परिलक्षित होती है । भारत ने सदैव ही मानवता की रक्षा हेतु ही काम किया है और इसके लिए सैनिकों ने अपना जीवन समर्पित किया है । संपूर्ण विश्व ने भारतीय सैनिकों के इस पराक्रम को देखा है ।’’
हम सुदर्शन चक्रधारी श्री कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं !
मोदी ने कहा, “हम ऐसे लोग हैं, जो बांसुरीधारी श्री कृष्ण की पूजा करते हैं और सुदर्शन चक्रधारी श्री कृष्ण को अपना आदर्श मानते हैं ।”