सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘कुछ वैद्य अंग्रेजी भाषा में आयुर्वेद सिखाते हैं और चिकित्सालय में सात्त्विक धोती इत्यादि के स्थान पर पैंट, शर्ट, टाई पहनते हैं । उनका अनुकरण कर भविष्य में यदि मंदिर के पुजारी भी पैंट पहनने लगें, तो आश्चर्य नहीं होगा । इसे टालने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक है ।’
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिक