सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार
चर्च और मस्जिद में धर्म शिक्षा दी जाती है । इसके विपरीत मंदिर में केवल दर्शन करते हैं, इसलिए धर्मशिक्षा के अभाववश हिन्दुओं की स्थिति दयनीय हो गई है ।’
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक