लेबनान में रह रहे भारतीय नागरिकों को बाहर न निकलने की भारत की सलाह !
गाजा/तेल अविव (इजराइल) – लेबनान (Lebanon) के हिजबुल्ला (Hezbollah) आतंकवादी संगठन और इजराइल के बीच युद्ध चालू होने की संभावना बढी है। इस पृष्ठभूमि पर भारत ने लेबनान में उसके नागरिकों के लिए मार्गदर्शक तत्व (एडवाइजरी) प्रसारित की है। राजधानी बैरुत स्थित भारतीय दूतावास कार्यालय ने देश में रहनेवाले और वहां जाने की इच्छा रखने वाले भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने के लिए कहा है।
इजराइल (Israel) के अधिकार वाले ‘गोलान हाइट्स’ पर हिजबुल्ला ने कुछ दिनों पूर्व आक्रमण किया , जिसमें १२ इजराइली नागरिकों की मृत्यु हुई। इसका बदला लेने के लिए इजराइली सेना ने दक्षिण और पूर्व लेबनान के गांवों और शहरों पर बम फेंक कर प्रति उत्तर दिया। इजराइल हिजबुल्ला पर बडे आक्रमण करने की तैयारी कर रहा है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तेल अविव में सुरक्षा मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। दूसरी ओर ईरान ने भी इस संबंध में इसराइल को युद्ध की खुली धमकी दी है।
इजराइल द्वारा लेबनान पर किए ड्रोन आक्रमण में २ लोग मारे गए तथा ३ लोग घायल हुए। इजराइल आक्रमण की पृष्ठभूमि पर लेबनान की हवाई सेवा बंद की गई है। बैरुत रफीक हरिरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लेबनान का एकमात्र हवाई अड्डा है। इसके पूर्व हुए युद्ध के समय में भी इस हवाईअड्डे को लक्ष्य किया गया था।
समस्या की स्थिति में लेबनान में रह रहे भारतीयों के लिए संपर्कलेबनान के भारतीय दूतावास ने वहां रहने वाले भारतीयों को किसी भी प्रकार की सहायता के लिए आपातकालीन संपर्क क्रमांक प्रसारित किया है। संपर्क क्रमांक (+९६१) ७६८६०१२८ ई-मेल आईडी : [email protected] |
कौन है हिज्बुल्ला संगठन ?
हिजबुल्ला इस शब्द का अर्थ है ‘ईश्वर की पार्टी’ ! यह संगठन स्वयं को शिया मुसलमानों का राजनीतिक, सैनिक और सामाजिक संगठन बताता है। लेबनान में यह एक शक्तिशाली संगठन है। अमेरिका सहित अनेक देशों ने इसे ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया है।
वर्ष १९८० के दशक के प्रारंभ में इजराइल ने लेबनान को अपने अधिकार में लिया। तब ईरान की सहायता से यह संगठन अस्तित्व में आया। ‘हमास’ सुन्नी मुसलमानों का फिलिस्तीन आतंकवादी संगठन है, तथा ईरान समर्थित ‘हिजबुल्ला’ यह शिया मुसलमानों का आतंकवादी संगठन है; लेकिन इसराइल के सूत्र पर दोनों संगठन एकजुट हैं।