आतंकवादियों के साथ संबंध होने के आरोप में कश्मीर विश्वविद्यालय के १५ प्राध्यापक निलंबित !

जहां प्राध्यापक ही आतंकवाद का प्रसार करने में सहभागी हों, वहां विद्यार्थियों को क्या सिखाया जाता होगा, यह अलग से बताने की आवश्यकता नहीं ! ऐसे सभी लोगों पर कठोर से कठोर कार्रवाई होना चाहिए !

‘कश्मीर छोडें, अन्यथा मरने को तैयार रहें !’

वर्ष १९८९ के बाद आज भी कश्मीर में हिन्दुओं को ऐसी धमकियां मिल रही हैं, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद !

पेशावर में २ सिख व्यापारियों की हत्या !

हमेशा पाक के तलवे चाटकर भारत का विरोध करनेवाले खालिस्तानवादी पाक में सिखों की बार-बार होनेवाली हत्याओं के संबंध में चुप बैठते हैं ! इससे ऐसे लोगों को सिखों से कितना प्रेम है, यह उजागर होता है !

केंद्र सरकार हर वर्ष २१ मई को ‘आतंकवाद विरोधी दिवस’ के रूप में मनाएगी!

‘आतंकवाद विरोधी दिवस’ नहीं अपितु ‘आतंकवाद नष्ट किया दिवस’ मनाना महत्वपूर्ण है । उस दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए। कश्मीर में अभी तक आतंकवाद समाप्त नहीं हुआ है । वहां अभी भी हिंदू मारे जा रहे हैं, इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है !

पुलवामा में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में पुलिस सिपाही मारे गए

(जिहादी आतंकवादी पुलिस एवं प्रशासन को यही दिखाना चाहते हैं कि कश्मीर में अब हमारा ही राज है । सरकार ध्यान रखे, ‘‘जब तक पाक को नष्ट किया नहीं जाता, तब तक आतंकवाद नष्ट करना कठिन है’’ ! – संपादक)

केंद्र और राज्य सरकार हमारी रक्षा करने में असमर्थ !

हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र में विगत ८ वर्षाें से भाजपा की सरकार होते हुए एवं धारा ३७० हटाने के पश्चात भी कश्मीर में आज भी हिन्दू असुरक्षित ही हैं, यह वस्तुस्थिति है और कश्मीरी हिन्दुओं का क्रोध आवश्यक है !

मोहाली (पंजाब) – यहां के ग्रेनेड आक्रमण की घटना में खालिस्तानी आतंकवादी को बंदी बनाया

पंजाब में बढ़ते खालिस्तानी आतंकवाद को नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार को अभी से ऐसे आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए !

भारत-पाक सीमापर २०० आतंकवादी घुसने के प्रयास में ! – लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी

भारत  और कितने वर्ष जिहादी आतंकवाद सहन करेगा ? जिहाद के प्रायोजक पाक को समाप्त करना, यही इस समस्या का हमेशा के लिए उपाय है, यह स्वतंत्रता के उपरान्त सभी शासनकर्ताओं के ध्यान में न आना लज्जास्पद !

करनाल (हरियाणा) में ४ खालिस्तानी आतंकवादी बडे शस्त्र संग्रह के साथ पकडे गए !

बडे पैमाने पर खालिस्तानी आतंकवादियों के पुनरुत्थान को कुचलने के लिए केंद्र सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए !

पाकिस्तान स्थित मदरसों के माध्यम से भारत में आतंकी गतिविधियां ! – अमेरिकी संस्था का प्रतिवेदन

क्या भारत की कोई संस्था इस प्रकार का प्रतिवेदन नहीं  बना सकती ? यहां पर ऐसा अध्ययन क्यों नहीं करते ? भारत सरकार को भी ऐसा अन्वेषण करना चाहिए और विश्व स्तर पर इसका प्रसार करना चाहिए !