साधना के प्राथमिक चरण में अध्यात्म की सैद्धांतिक जानकारी देनेवाले तथा उसके अगले चरण में प्रत्यक्ष साधना सिखानेवाले सनातन के ग्रंथ !

साधना किए हुए व्यक्ति के द्वारा लिखे ग्रंथ पढना उचित रहेगा । बिना साधना किए केवल पांडित्य के आधार पर लिखे गए ग्रंथों के कारण ग्रंथ के लेखक तथा पाठक इन दोनों के ही जीवन व्यर्थ हो जाते हैं ।

भावसत्संग सुनने से व्यक्ति की सूक्ष्म ऊर्जापर (‘ऑरा’ पर) सकारात्मक परिणाम होते हैं !

भावसत्संगों के कारण अनेक साधकों को साधना में सहायता मिली है । ‘भावसत्संग लेना अथवा उसे सुनना, साधकों में व्याप्त सूक्ष्म ऊर्जा पर (‘ऑरा’ पर) इसके क्या परिणाम होते हैं ?, वैज्ञानिक दृष्टि से इसका अध्ययन करने हेतु एक परीक्षण किया गया । इस परीक्षण के लिए ‘यूनिवर्सल ऑरा स्कैनर’ उपकरण का उपयोग किया गया ।

सनातन का लघुग्रंथ : आध्यात्मिक कष्टों को दूर करने हेतु उपयुक्त दृष्टिकोण

साधक कष्टों में भी नामजप, भावजागृति के प्रयास अथवा सेवारत रहने का प्रयास करें । इसके कारण दुख भी प्रतीत नहीं होगा तथा साधना भी होगी ।

कुशलता से अनेक सेवाएं करनेवाले मथुरा के हिन्दू जनजागृति समिति के ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त श्री. श्रीराम लुकतुके !

‘श्री. श्रीराम लुकतुके अनेक गुणों से संपन्न एक व्यक्तित्व है । उनके साथ सेवा करते समय प्रतीत हुई उनकी गुणविशेषताएं यहां दे रहा हूं ।