काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करने से पुलिस ने हिन्दुत्वनिष्ठों को रोका ! 

मंदिर परिसर में हनुमान की मूर्ति विवादित नहीं !

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां ज्ञानवापी परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए आए ‘ज्ञानवापी मुक्त महापरिषद’ के हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं को पुलिस और प्रशासन ने रोका । लगभग ३० कार्यकर्ताओं को काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में स्थापित हनुमान मूर्ति के दर्शन और पूजन, साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करना था ।

१. कार्यकर्ताओं का कहना था कि हनुमान मंदिर में पूजन और स्तोत्र पढने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं । हनुमान मूर्ति पर कोई विवाद नहीं और यह विवादित स्थल नहीं है ।

२. हिन्दुत्वनिष्ठों को पूजा की अनुमति न मिलने से उन्होंने बुलानाला स्थित दक्षिणमुखी हनुमान के सामने हनुमान चालीसा पढी और ‘ज्ञानवापी’ की मुक्ति का संकल्प किया । उन्होंने पिछले सप्ताह विश्वनाथ मंदिर स्थित नंदी का पूजन किया था ।

३. ‘सेंट्रल बार एसोसिएशन’ के पूर्व उपाध्यक्ष राजा आनंद ज्योति सिंह ने कहा कि हिन्दुओं को ही मंदिर में पठन और पूजन करने से रोका जाता है, इसका दु:ख होता है । दूसरी ओर ज्ञानवापी मस्जिद में जाकर लोग (मुसलमान) नमाज पढ रहे हैं ।

४. न्यूटन पांडेय ने कहा कि जिस मंदिर के संबंध में कोई भी विवाद नहीं, वहां पूजा करने के लिए अनुमति मांगना, यह लज्जास्पद बात है ।

संपादकीय भूमिका

  • एक ओर न्यायालय में विवाद के चलते ज्ञानवापी मस्जिद में मुसलमानों को नमाज पढने के लिए कोई नहीं रोकता । दूसरी ओर कोई भी विवाद न होते हुए भी हनुमानजी की मूर्ति के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने से रोका जाता है, यह दोहरी नीति  है । उत्तर प्रदेश के हिन्दुत्वनिष्ठ शासन की पुलिस से  ऐसी कृति अपेक्षित नहीं !
  • बहुसंख्यक हिन्दुओं के देश में हिन्दुओं को पूजा करने से रोका जाना, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद !