नई देहली – बांग्लादेशी लेखिका तस्लिमा नसरीन ने अपने ट्वीट में कहा है कि बुर्का महिलाओं के अपमान का प्रतीक है । वास्तविकता बताई जाए, तो यह महिलाओं के लिए जितना अपमानजनक है, उससे अधिक वह पुरुषों के लिए भी अपमानजनक है । पुरुष अपने लैंगिक आवेग पर नियंत्रण रखने में असमर्थ हैं, यह बुर्के के कारण अटलता से प्रमाणित हुआ है ।
The burqa is a symbol of insult to women. To be honest, more than how degrading it is for women it is even more so for men. Burqas prove irrevocably that men are incapable of controlling their sexual impulses. https://t.co/1c8OqeHf0j
— taslima nasreen (@taslimanasreen) February 20, 2022
तस्लिमा ने अपने अन्य एक ट्वीट में कहा है कि कुछ आधुनिकतावादी मुसलमान कहते हैं कि, ‘कुरआन में हिजाब का उल्लेख नहीं है, तब भी क्या हमें हिजाब पहनना चाहिए ? नहीं ! किसी ने भी बताया, तब भी हमें दुराचार नहीं करना चाहिए । कोई भी ग्रंथ और बात पवित्र नहीं है ।