पाकिस्तान नहीं, अपितु चीन ही भारत का पहले क्रम का शत्रु ! – सी.डी.एस्. बिपीन रावत

टिप्पणी : सी.डी.एस्. अर्थात चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (तीनों सेनादलों के प्रमुख)

जनरल बिपिन रावत

नई देहली – चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपीन रावत ने यह वक्तव्य दिया कि प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा के निकट लंबी दूरीतक सैनिकों की तैनाती करना हमारा उद्देश्य है । इसका मुख्य कारण पाकिस्तान नहीं, अपितु चीन भारत का पहले क्रम का शत्रु है । उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में भारत को एक ही समय दोनों मोर्चाें पर (पाकिस्तान और चीन) इन शत्रुओं का सामना करना पड सकता है । एक समाचारवाहिनी की ओर से आयोजित किए गए सम्मेलन में वे ऐसा बोल रहे थे ।

१. अरुणाचल प्रदेश की सीमा के निकट चीन द्वारा नए गांव को बसाए जाने के संबंध में रावत ने कहा कि चीन की सेना ने पुराना निर्माणकार्य तोडकर नया निर्माणकार्य किया है । आज के समय में लोगों को उपग्रहों अथवा गूगल के माध्यम से छायाचित्र मिलते हैं । इससे पूर्व इस प्रकार की प्रोद्योगिकी उपलब्ध नहीं थी । इसी प्रकार का कोई छायाचित्र सामने आने के उपरांत घुसपैठ किए जाने की अथवा किसी भूभाग पर नियंत्रण स्थापित किए जाने की चर्चाएं होती हैं ।

२. रावत ने आगे कहा कि चीन की भांति भारत भी प्रत्यक्ष नियंत्रणरेखा के क्षेत्र में बडी मात्रा में विकास के कार्य कर रहा है । पहले हम सीमा के आसपास के परिसर में सडकें नहीं बनाते थे । पहले चीनी सैनिक आकर इन सडकों को क्षति पहुंचाएंगे, यह भय था; परंतु अब ऐसा वातावरण नहीं रहा ।

३. गलवान के विषय में रावत ने कहा कि गलवान घाटी में हुए संघर्ष के उपरांत भारत और चीन की सेनाओं का कई बार आमना-सामना हुआ है । सैनिक एक-दूसरे के इतने निकट जाकर संघर्ष न करें; इसके लिए दोनों देश प्रयास कर रहे हैं । अप्र्रैल २०२० से पूर्व जो स्थिति थी, वैसी स्थिति बनाए रखने का हम संपूर्ण प्रयास कर रहे हैं ।