परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

शोधकार्य के विषय में कहां बालमन्दिर में पढनेवाले के समान पश्चिमी शोधकर्ता, और कहां सर्वज्ञ ऋषि !

                     (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले

‘कहां किसी विषय पर कुछ वर्ष शोध कर संख्याशास्त्र के आधार पर (Statistics से) निष्कर्ष निकालनेवाले पश्चिमी शोधकर्ता, और कहां किसी भी प्रकार का शोध किए बिना मिलनेवाले ईश्‍वरीय ज्ञान के कारण किसी भी विषय का निष्कर्ष तत्काल बतानेवाले ऋषि !’
– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले