आंध्र प्रदेश के श्रीराम मंदिर में श्रीराम की प्राचीन मूर्तिका सिर अज्ञात लोगों ने तोडा !

  • पाक हो या भारत, हिंदुओं के मंदिरों पर आक्रमण होते हैं और हिंदु चुप रहते हैं ! हिंदुओं ने ऐसी घटनाएं रोकने के लिए संघठित होकर हिंदु राष्ट्र की स्थापना करने के लिए कटिबद्ध होना चाहिए !
  • आंध्र प्रदेश में ईसाई मुख्य मंत्री जगनमोहन रेड्डी की सरकार आने के बाद ऐसी घटनाएं बढी हैं; लेकिन धर्मनिरपेक्षतावादी इस पर मौन रहते हैं और प्रसार माध्यम गांधी के बंदरों की तरह व्यवहार करती हैं, यह ध्यान में रखना चाहिए !

उपरोक्त तस्वीर किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए नहीं है। यह तस्वीर जानकारी के लिए प्रकाशित की गई है। – संपादक

विजयनगरम् (आंध्र प्रदेश) – यहां के नेल्लीमरला में स्थित रामतीर्थम् के एक पहाड पर बोडिकोंडा कोदंडाराम मंदिर में श्रीराम की मूर्ति अज्ञात लोगों द्वारा तोडी गई । उन्होने मंदिर के गर्भगृह का ताला तोडकर अंदर प्रवेश किया और श्रीराम की मूर्ति का सिर तोड दिया । यह मूर्ति ४०० वर्ष प्राचीन है । बाद में तोडा हुआ सिर यहां के तालाब में विसर्जित किया गया । इस मंदिर में माता सीता और लक्ष्मण की भी मूर्ति है । इस घटना की जांच पुलिस कर रही है । पुलिस अधिक्षक ने बताया, ‘मूर्ति को तोडने के पीछे षड्यंत्र दिखाई दे रहा है । यद्यपि हमने अभी तक कोई भी निष्कर्ष नही निकाला है ।’ इसके पहले राज्य के चित्तूर जिले में एक शिव मंदिर में आक्रमण कर वहां स्थित नंदी की मूर्ति तोडी गई थी ।

१. जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने कहा कि, यह काम किसी मूर्ख का नही हो सकता । धार्मिक रूप से विक्षिप्त लोगों ने यह काम किया होगा । राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को नजर अंदाज कर रही है । इस कारण ही यह घटना हुई । राज्य में लगातार मंदिरों पर ऐसे आक्रमण होते हुए भी मुख्य मंत्री उत्तर क्यों नही देते ? वे चुप क्यों हैं ?

२. तेलगु देसम् पार्टी के स्थानीय नेता एस. रविशेखर और उनके कार्यकर्ताओं ने इस घटना के बाद यहां धरना दिया और मंदिर को सुरक्षा देकर आरोपियों पर कार्यवाही करने की मांग की । भाजपा जिला अध्यक्ष आर. पावनी ने घटना स्थल पर जाकर आंदोलन करते हुए आरोपियों पर कार्यवाही करने की और मंदिर को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की ।