संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक ओर आतंकवाद को समाप्त करने की बात करना और दूसरी ओर आतंकवादियों के प्रति इस प्रकार सहानुभूति व्यक्त करना, यह क्षोभजनक है । इससे स्पष्ट होता है कि संयुक्त राष्ट्र किस प्रकार अपना कार्य करता है तथा आतंकवाद को निपटाने के लिए वह कितना संवेदनशील है !
जिनेवा (स्विट्जरलैंड) – संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा मुंबई पर २६/११ के आतंकवादी आक्रमण का षड्यंत्र रचनेवाले जकीउर रहमान लखवी को निजी खर्चे (रखरखाव) के लिए प्रति माह १.५ लाख रुपए का भुगतान करने पर अपनी सहमति दर्शाई है । पाकिस्तान सरकार के अनुरोध पर यह सुविधा प्रदान की गई है । (इससे पाकिस्तान की आतंकवादी प्रकृति ध्यान में आती है! – संपादक)। लखवी लश्कर-ए-तैयबा समूह का प्रमुख भी है, जो रक्तपात जैसी घटनाओं को परिणाम देता है । इस १.५ लाख रुपए में, भोजन (५० सहस्त्र ), दवाएं (४५ सहस्त्र), सार्वजनिक वस्तुओं का उपयोग (२० सहस्त्र), अधिवक्ताओं की फीस (२० सहस्त्र) और परिवहन (१५ सहस्त्र) आदि सम्मिलित हैं । (क्या एक आम व्यक्ति खाने अथवा अन्य वस्तुओं पर इतना खर्च करता है ? इससे ध्यान में आता है कि पाकिस्तान में आतंकवादियों की आवभगत की जाती है ! – संपादक)
लखवी २०१५ से जमानत पर जेल के बाहर है । गिरफ्तारी के समय वह केवल दिखावे के लिए बंद था; क्योंकि रावलपिंडी की आदिया में जेल में रहते हुए भी वह एक बच्चे का पिता बना था ।